लखनऊ– बैचमेट के परिचित से रिश्वत मांगने की शिकायत पर एसएसपी ने लखनऊ स्थित अलीगंज कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक को शनिवार देर रात बीच सड़क पर 50 से अधिक मातहतों के सामने लाइनहाजिर कर दिया। एसएसपी इतने नाराज थे कि उन्होंने प्रभारी निरीक्षक आनंद शुक्ला को गाड़ी और सीयूजी नंबर छीनते हुए पैदल ही कपूरथला से पुलिस लाइंस जाने को कह दिया।
जिस सिपाही पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा था, उसे भी उसी समय लाइनहाजिर कर दिया गया। इसके अलावा एएसपी ट्रांसगोमती हरेंद्र कुमार सहित कई अफसरों को बीच सड़क पर कड़ी फटकार लगाई। एसएसपी ने एसओ से कहा, ‘आप लाइंस में जाकर आमद करवाइए… आरआई से बोलिए, आप लाइनहाजिर हो गए हैं। चीता पुलिस को इन्फॉर्म करके पैदल जाइए… जैसे जाइए पर यहां से तुरंत चले जाइए। थाने के मोबाइल से भी बात नहीं करनी है।’
राजधानी में बिगड़ती कानून व्यवस्था को देखते हुए एसएसपी कलानिधि नैथानी शनिवार देर रात थानों के औचक निरीक्षण के लिए निकले थे। इस दौरान कई चौकी इंचार्ज ड्यूटी से नदारद मिले। यह देख एसएसपी ने अलीगंज, महानगर और हसनगंज कोतवाली के प्रभारियों के साथ सभी निरीक्षकों, एसआई को कपूरथला चौराहे पर तलब कर लिया। सभी प्रभारियों से हाजिरी रजिस्टर दिखाने को कहा गया।
रजिस्टर चेक करने पर अलीगंज थाने के ज्यादातर पुलिसकर्मी ड्यूटी से नदारद मिले। सभी के खिलाफ गैरहाजिरी रपट अंकित की गई। इस बीच अलीगंज कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक आनंद शुक्ला को एसएसपी ने कड़ी फटकार लगाते हुए सावधान की मुद्रा में खड़े होने को कहा। अपने अधिकारियों को सूचित न करने और लापरवाही पर उन्हें तत्काल लाइनहाजिर कर दिया गया। एसएसपी ने उन्हें पैदल ही पुलिस लाइंस जाने का आदेश दिया और सीयूजी नंबर भी जमा करवा लिया गया। बताया जा रहा है कि आईपीएस ट्रेनिंग के दौरान एसएसपी के बैचमेट रहे एक अफसर के परिचित से थाने के सिपाही राहुल तालियान ने 10 हजार रुपये की मांग की थी।
सीओ की जांच में पाए गए दोषी
रिश्वत मांगने की जांच एसएसपी ने सीओ अलीगंज दीपक सिंह से करवाई थी। जांच में सिपाही के साथ इंस्पेक्टर भी दोषी पाए गए थे। इस कारण एसएसपी ने बीच सड़क पर यह कार्रवाई कर सख्त संदेश देने का प्रयास किया है। उन्होंने ऐंटी डकैती सेल प्रभारी फरीद अहमद को अलीगंज इंस्पेक्टर नियुक्त किया है। राजभवन के पास हुए लूटकांड के खुलासे में फरीद अहमद की अहम भूमिका थी।
सीनियॉरिटी नहीं बता पाए
शुक्ला को लाइन हाजिर करने के बाद वहां मौजूद सेकंड मोस्ट सीनियर अफसर के बारे में पूछा। एक मिनट तक नाम न बता पाने पर एसएसपी ने सभी को सुधरने की नसीहत देते हुए कड़ी कार्रवाई की बात कही।
नैथानी ने कहा, ‘अलीगंज इलाके में पिछले साल त्योहार के वक्त अपराधिक घटनाएं बढ़ी थीं। पुलिस की मुस्तैदी जांचने के लिए थानों की फोर्स को बुलाया गया था। ड्यूटी में लापरवाही मिलने पर इंस्पेक्टर अलीगंज को लाइनहाजिर किया गया है। रिश्वत मांगने की बात सामने आने पर सिपाही को भी लाइनहाजिर किया गया है।’