बहराइच — बहराइच-रुपईडीहा हाइवे पर स्थित एसएसबी हेडक्वार्टर के बाहर गुरुवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में एक सब इंस्पेक्टर का शव मिला है। वह जम्मू का रहने वाला था। ग्रामीणों की सूचना पर एसएसबी ने जवान के शव का पोस्टमार्टम कराया है। इस घटना से बटालियन में शोक की लहर दौड़ गयी है। अफसरों की मानें तो इंस्पेक्टर की मौत ब्रेन हेमरेज से हुई है। परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
बहराइच स्थित भारत-नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल की 59 व 42 वीं बटालियन तैनात है। जबकि नानपारा कोतवाली अंतर्गत अगैया में हेडक्वार्टर बनाया गया है। गुरुवार रात करीब 12 बजे के आसपास हेडक्वार्टर से करीब 10 मीटर दूरी पर हाइवे के किनारे एक अधेड़ का शव लावारिस हालत में ग्रामीणों ने पड़ा देखा। जिसकी सूचना नानपारा पुलिस और एसएसबी जवानों को दी गयी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की तो शव की पहचान सब इंस्पेक्टर मदन लाल के तौर पर हुई। 53 वर्षीय मदन लाल पुत्र वैशाखीराम जम्मू के परियाल के रहने वाले थे। उनकी तैनाती एसएसबी के 59 वीं बटालियन में बतौर सब इंस्पेक्टर थी। इस घटना से एसएसबी जवानों में शोक की लहर दौड़ गयी। पुलिस ने तत्काल मदन को नानपारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने पंचनामा कर शव का पोस्टमार्टम कराया है। नानपारा कोतवाल जेएन शुक्ला ने बताया कि प्रथम दृष्टया लगता है कि किसी वाहन से उतरते समय गिरने से हादसा हुआ है या किसी वाहन ने टक्कर मारा है, जिससे मौत हुई है। जांच की जा रही है। उधर, एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट व प्रभारी कमांडेंट अशोक कुमार ओला ने बताया कि इंस्पेक्टर मदनलाल 60 दिन की छुट्टी पर अपने घर जम्मू गए हुए थे। 16 नंवबर को वापस लौटना था। मदन लाल कार्यालय में आमद भी नहीं करा पाए थे। गेट तक पहुंचने से पहले उनकी मौत हो गयी। पोस्टमार्टम हो चुका है। शरीर पर कहीं चोट के निशान नहीं मिले हैं। ब्रेन हेमरेज से मौत की वजह बताई गई है।
रिपोर्ट-अनुराग पाठक,बहराइच