WFI Suspended: विवादों में घिरी भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) की नई बॉडी (संस्था) को केंद्र सरकार ने रविवार को निलंबित कर दिया। 3 दिन पहले 21 दिसंबर को WFI के चुनाव हुए थे, जिसमें बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह ने जीत हासिल कर नए अध्यक्ष बने थे। इसके बाद महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास ले लिया। साथ ही बजरंग पुनिया ने शुक्रवार को अपना पद्मश्री भी लौटा दिया था।
नवनिवार्चित अध्यक्ष संजय सिंह की मान्यता रद्द
फिलहाल खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ को निलंबित कर दिया है। साथ ही संजय सिंह की मान्यता रद्द करते हुए उनके द्वारा लिए गए सभी फैसलों पर भी रोक लगा दी गई है। खेल मंत्रालय ने कहा कि संजय कुमार सिंह ने 21 दिसंबर को घोषणा की कि जूनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं इस साल के अंत से पहले शुरू होंगी। जो नियमों के विरुद्ध है। कम से कम 15 दिन का नोटिस चाहिए ताकि पहलवान अपनी तैयारी पूरी कर सकें।
खेल मंत्रालय ने आगे कहा, इस तरह के फैसले कार्यकारी समिति द्वारा लिए जाते हैं जिसके समक्ष एजेंडा को विचार के लिए रखा जाना आवश्यक होता है। डब्ल्यूएफआई संविधान के अनुच्छेद XI के अनुसार, बैठक के लिए 15 दिन का नोटिस देना अनिवार्य है। एक आपातकालीन बैठक, न्यूनतम नोटिस अवधि 7 दिन है। खेल मंत्रालय ने यह भी आरोप लगाया कि ऐसा प्रतीत होता है कि नई संस्था पिछले पदाधिकारियों के पूर्ण नियंत्रण में है, जिनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए थे। अदालत इस मामले की सुनवाई कर रही है।
संजय सिंह की जीत के बाद साक्षी ने ले लिया संन्यास
उधर, खेल मंत्रालय की इस कार्रवाई पर बजरंग पुनिया ने कहा कि मुझे अभी इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर ये फैसला लिया गया है तो सही लिया गया है। बता दें कि डब्ल्यूएफआई के पूर्व प्रमुख बृजभूषण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के प्रमुख चेहरों में शामिल साक्षी ने WFI चुनावों में संजय सिंह की जीत के तुरंत बाद खेल से संन्यास की घोषणा कर दी थी, जबकि बजरंग ने शुक्रवार को अपना पद्म श्री लौटा दिया था।
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