लखनऊ — ढाई दशक पुरानी दुश्मनी को भुलाकर सपा-बसपा इस बार लोकसभा का चुनाव एक साथ मिलकर लड़े. सपा-बसपा गठबंधन का दावा है कि जातीय अंकगणित उनके पक्ष में है और इस बार वे भाजपा को हाशिए पर ले आएंगे.
लेकिन शायद उनका गठबंधन उतना कारगर सबित होता नहीं दिख रहा है। क्योंकि सभी समाचार ऐजेंसियों से आ रहे Exit Poll में सपा-बसपा गठबंधन कुछ खास करता नहीं दिख रहा है। जबक एनडीए की सरकार बनते हुए दर्शाया गया।जिसके बाद तमाम राजनीतिक दलों के कार्यालयों पर सन्नाटा पसर गया है।
दरअसल लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान खत्म हो चुका है।अब सबकी निगाहें 23 मई को आने वाले रिजल्ट पर टिकी हैं। इस बीच रविवार को एग्जिट पोल 2019 (Exit Poll 2019) सामने आए, जिसमें एनडीए की सरकार बनते हुए दिखाया जा रहा है।वहीं रिजल्ट से पहले लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती के आवास और पार्टी दफ्तर पर सन्नाटा पसरा हुआ है यहीं हाल सपा और कांग्रेस दफ्तर का भी यह हाल है। एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ आ रही है।
बात अगर उत्तर प्रदेश की जाए तो 80 में से बीजेपी को 60-62, गठबंधन-17-19, कांग्रेस-02 मिलेंगी गिलने की आशंका जातई जा रही। जबकि देश की 542 सीटों में से भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए को 336 सीटें हासिल होने का अनुमान है। गौरतलब है कि पिछली बार यूपी की 80 में से बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने 73 सीटों पर जीत हासिल की थी।जबकि 2014 लोकसभा चुनाव में बसपा का सपूणा साफ हुआ था।वहीं सपा को 5 सीटो पर ही ढेर हो गई थी ।