सोनभद्र — कहने को तो यूपी के सोनभद्र जिले में बालू खनन के दो ही पट्टे पिपराडीह और कोरगी में है। लेकिन चार प्रदेशो से जिले की सीमा लगने की वजह से यहां दूसरे राज्यो के आवंटित पट्टे की आड़ में अवैध खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है। जिले में सिर्फ दुद्धी तहसील के कोरगी में बालू साइड एक सप्ताह पूर्व शुरू हुई है।
यहाँ मामला जिले के सीमा से लगे मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिला के ठठरा ग्राम पंचायत में लीज के नाम पर यूपी के घोरावल तहसील के कोरट और शिल्पी ग्राम पंचायत में सोन नदी पर पुल बनाकर भारी पैमाने में अवैध खनन व परिवहन किया जा रहा है। इससे राज्य सरकार की छवि को जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन धूमिल कर रहा है। यह आलम तब है जब राज्य सरकार ने जिले में बालू खनन पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, इसके बावजूद भी बालू की खुलेआम बालू चोरी से न सिर्फ राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है बल्कि फर्जी एमएम 11 पर खनन विभाग व परिवहन विभाग की मिलीभगत से अवैध परिवहन कराया जा रहा है।
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी ने कहा कि सोन नदी के अस्तित्व के साथ न सिर्फ खिलवाड़ किया जा रहा है बल्कि सोन घड़ियाल अभ्यारण और कैमूर वन्य जीव विहार में सोन नदी की धारा को मोड़कर अवैध खनन भी किया जा रहा है। पूर्व जिलाध्यक्ष ने जिलाधिकारी से मिलकर अवैध खनन और परिवहन बंद करा कर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग किया है। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की है कि पूर्व में बन्द लीज को आखिर किसके आदेश से फिर चालू किया गया और जिस तरह से अवैध बालू डंप कर उसे बेचा जा रहा है। इसका आदेश किसने दिया ? इन सभी कि जांच होनी चाहिए।
बता दें कि पुलिस और वन विभाग के मिली भगत के कारण ही जिले की सीमा पर अवैध खनन करने वाले माफियाओं ने विगत वर्ष में नायब तहसीलदार सदर की जांच टीम पर हमला कर मारपीट किया था। इस अवैध खनन से आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो में दहशत का माहौल है। चोपन से चितरंगी को जोड़ने वाली मुख्य सड़क ओवरलोड के कारण खस्ताहाल हो गयी है। सड़क के खराब होने की आवाज ग्रामीण खनन माफियाओं की डर से नही उठाते है क्योकि ग्रामीण इनकी दबंगई के कारण वे चुप है।
धर्मवीर तिवारी ने कहा कि अगर कार्रवाई नही होती है तो मुख्यमंत्री को यहां के भ्रष्ट खान अधिकारी, रेंजर, पुलिस की सूची देकर कार्यवाही की मांग करेंगे ताकि सरकार की छवि बचाई जा सके।
(रिपोेर्ट-रविदेव पाण्डेय,सोनभद्र)