सोनभद्रः पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है तो वही सूबे के सर्वाधिक खनिज सम्पदा वाले सोनभद्र जिले में सत्तारूढ़ पार्टी के नेता अवैध खनन व परिवहन करने में मदमस्त है। बालू के अवैध खनन में सत्तारूढ़ नेता परिवहन करने से रोकने पर सरकारी कर्मचारियों को धमकाने में भी तनिक गुरेज नही कर रहे है।
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ताजा मामला चोपन थाना क्षेत्र के कैमूर वन्य जीव विहार (सेंचुरी एरिया) में सोन नदी से बालू का अवैध खनन करके उसका परिवहन किया जा रहा था । जिसे मुखबिर की सूचना पर रोकने गए वन विभाग की टीम ने एक टीपर बालू लदा पकड़ा। जिसे छोडाने के लिए भाजपा के जिला मंत्री शम्भू नारायण सिंह अपने सहयोगियों के साथ पहुचे थे। इस सम्बंध में वन विभाग के वन जीव रक्षक कैलाश आर्य ने चोपन थाना में लिखित तहरीर देकर आरोप लगाया कि खनन माफियाओ द्वारा राजकीय कार्य मे बाधा पहुंचाने व गाली गलौच व जान से मारने की धमकी दी गयी है।
जान से मारने की दी धमकी…
वन जीव रक्षक ने बताया कि सोन नदी से बालू लादकर आ रही टीपर को वन कर्मियों द्वारा पकड़ कर रेंज कार्यालय ले जाया जा रहा था तभी खनन माफियाओ ने छोडाने का प्रयास किया और जान मारने की धमकी भी दिया।
वही वन दरोगा जयप्रकाश वर्मा ने बताया कि इन लोगो द्वारा संगठित गिरोह बनाकर सेंचुरी रेंज मे अवैध बालू का खनन करने व जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा कायम कराया जा चूका है। बावजूद इन खनन माफियाओ द्वारा संगठित गिरोह बनाकर सेंचुरी रेंज के सोन नदी के किनारे अवैध बालू का खनन कर राजस्व संम्पदा की हानी पहुंचा रहे है। पकडे गये टीपर को गुरमा रेंजर बलवंत सिंह ने अपने कब्जे मे ले लिया है।
इस सम्बंध में पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि वन जी रक्षक कैलाश आर्य की तहरीर पर सरकार कार्य में बाधा पहुचाने व एससी / एसटी एक्ट के तहत चार लोगों पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
(रिपोर्ट- रविदेव पाण्डेय, सोनभद्र)