यूपी पुलिस लगातार सरकार की किरकिरी करा रही है. अब उत्तर प्रदेश के इटावा में तैनात एक सब इंस्पेक्टर (SI) को सोशल मीडिया पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट करना महंगा पड़ गया. इस पर संज्ञान लेते हुए एसआई को निलंबित कर दिया गया है और अब पुलिस सेवा से हटाने के लिए विभागीय जांच शुरू कर दी गई है.
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2015 का है सब इंस्पेक्टर…
एसएसपी इटावा के मुताबिक, सब इंस्पेक्टर लगातार अनुशासनहीनता कर रहा था. यहां तक देवी-देवताओं पर भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल करता था और वह मूर्ति तोड़ने की बात भी करता था.
निलंबित सब इंस्पेक्टर विजय प्रताप के संबंध में रिपोर्ट में कहा गया है कि सब इंस्पेक्टर विजय वर्ष 2015 का सब इंस्पेक्टर है और पिछले साल ही उसकी इटावा में पोस्टिंग हुई. इससे पूर्व कई अन्य जिलों में तैनाती के दौरान अनुशासनहीनता की वजह से वह कई बार निलंबित रहा एवं प्रशासनिक आधार पर स्थानान्तरित किया जाता रहा है.
पहले भी हुई कार्रवाई
सब इंस्पेक्टर विजय की पोस्टिंग इटावा में होने के बाद भी कई बार अनुशासनहीनता के कृत्य किए गए हैं, जिनमें सब इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है और इनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई जारी है. रिपोर्ट में उस पर कई आरोप लगाए गए.
रिपोर्ट के अनुसार, सब इंस्पेक्टर विजय ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरुद्ध सोशल मीडिया आदि पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया था.
हिन्दू देवी-देवताओं के पर आपत्तिजनक भाषा प्रयोग
इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया कि कोविड-19 के दौरान लगे लॉकडाउन में ड्यूटी के वक्त दरोगा विजय ने थाना क्षेत्रान्तर्गत एक गांव के अंदर गांव के लोगों के साथ मीटिंग कर हिन्दू देवी-देवताओं के विरुद्ध आपत्तिजनक एवं भडकाऊ भाषा का प्रयोग करते हुए उनकी मूर्ति खंडित करने का प्रयास किया था. जिसके संबंध में थाना सहसो पर इनके विरुद्ध अभियोग भी पंजीकृत किया गया था.
यही नहीं गुरुवार को दरोगा विजय प्रताप द्वारा कचहरी परिसर में जाकर अपने अधिवक्ता के साथ गाली गलौच कर मारपीट की गई है, जिसके संबंध में में सब इंस्पेक्टर के विरुद्ध थाना सिविल लाइन पर अभियोग पंजीकृत कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
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PM और सीएम पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाला SI निलंबित
हिन्दू देवी-देवताओं के पर भी कर चुका है आपत्तिजनक भाषा प्रयोग
यूपी पुलिस लगातार सरकार की किरकिरी करा रही है. अब उत्तर प्रदेश के इटावा में तैनात एक सब इंस्पेक्टर (SI) को सोशल मीडिया पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट करना महंगा पड़ गया. इस पर संज्ञान लेते हुए एसआई को निलंबित कर दिया गया है और अब पुलिस सेवा से हटाने के लिए विभागीय जांच शुरू कर दी गई है.
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2015 का है सब इंस्पेक्टर…
एसएसपी इटावा के मुताबिक, सब इंस्पेक्टर लगातार अनुशासनहीनता कर रहा था. यहां तक देवी-देवताओं पर भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल करता था और वह मूर्ति तोड़ने की बात भी करता था.
निलंबित सब इंस्पेक्टर विजय प्रताप के संबंध में रिपोर्ट में कहा गया है कि सब इंस्पेक्टर विजय वर्ष 2015 का सब इंस्पेक्टर है और पिछले साल ही उसकी इटावा में पोस्टिंग हुई. इससे पूर्व कई अन्य जिलों में तैनाती के दौरान अनुशासनहीनता की वजह से वह कई बार निलंबित रहा एवं प्रशासनिक आधार पर स्थानान्तरित किया जाता रहा है.
पहले भी हुई कार्रवाई
सब इंस्पेक्टर विजय की पोस्टिंग इटावा में होने के बाद भी कई बार अनुशासनहीनता के कृत्य किए गए हैं, जिनमें सब इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है और इनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई जारी है. रिपोर्ट में उस पर कई आरोप लगाए गए.
रिपोर्ट के अनुसार, सब इंस्पेक्टर विजय ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरुद्ध सोशल मीडिया आदि पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया था.
हिन्दू देवी-देवताओं के पर आपत्तिजनक भाषा प्रयोग
इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया कि कोविड-19 के दौरान लगे लॉकडाउन में ड्यूटी के वक्त दरोगा विजय ने थाना क्षेत्रान्तर्गत एक गांव के अंदर गांव के लोगों के साथ मीटिंग कर हिन्दू देवी-देवताओं के विरुद्ध आपत्तिजनक एवं भडकाऊ भाषा का प्रयोग करते हुए उनकी मूर्ति खंडित करने का प्रयास किया था. जिसके संबंध में थाना सहसो पर इनके विरुद्ध अभियोग भी पंजीकृत किया गया था.
यही नहीं गुरुवार को दरोगा विजय प्रताप द्वारा कचहरी परिसर में जाकर अपने अधिवक्ता के साथ गाली गलौच कर मारपीट की गई है, जिसके संबंध में में सब इंस्पेक्टर के विरुद्ध थाना सिविल लाइन पर अभियोग पंजीकृत कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
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