सहारनपुर — श्रीश्री रविशंकर को उस समय झटका लगा जाब उनके द्वारा अयोध्या विवाद सुलझाने के प्रस्ताव को दारुल उलूम देवबंद ने सिरे से खारिज कर दिया। इतना ही नहीं उनसे मुलाक़ात करने से भी साफ़ इंकार कर दिया है। दारुल उलूम के मौलाना अबुल कासिम नोमानी ने कहना है कि अयोध्या विवाद समाधान के सिलसिले में दारुल उलूम उनसे कोई बातचीत नहीं करेगा।
दरअसल अयोध्या विवाद को सुलझाने के लिए श्रीश्री रविशंकर मुस्लिम और हिंदू नेताओं से मुलाकात कर बीच का रास्ता निकालने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी में वह मुसलमानों की सबसे बड़ी धार्मिक संस्था दारुल उलूम की ओर भी रुख करने का मन बनाए हुए थे।
मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी बनारसी के मुताबिक पीएमओ से उनके पास फोन आया था और वह जानता चाहते थे कि वह श्रीश्री रविशंकर की इस मुहिम से सहमति रखते हैं या नहीं। जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि दारुल उलूम का बाबरी मस्जिद के मुद्दे पर वहीं रुख होगा जो ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का है। इसलिए दारुल उलूम इस मुद्दे पर अलग से किसी भी प्रकार की कोई बातचीत नहीं करना चाहता।