लखनऊ–उत्तर प्रदेश पान एवं तम्बाकू विक्रेता एसोसिएशन एवम पान वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में गरीब छोटे पान दुकानदारों को लाइसेंस और खाद्य सामिग्री तम्बाकू के साथ न बेचने के लिए मजबूर कर रहे है।
ऐसा कानून देश और राज्ये के किसी हिस्से में नही है। पान एवं तम्बाकू विक्रेता एसोसिएशन का कहना है कि कोटपा के अंतर्गत अपना व्यापार शांति पूर्ण तरीके से कर रहे है लेकिन लखनऊ नगर निगम हम लोगो की भुखमरी की कगार पर पहुचने में लगी हुई है। हम लोगो ने सदस्यता शुल्क लेने की बात कही थी क्योंकि हम लोग अनपढ़ लोग है लाइसेंस प्रणाली को नही समझ सकते इस लिए साधारण रूप में राजस्व ले ले।
इस संदर्भ में कमिशनर साहब से बात हुई थी 19 जुलाई को उन्होंने कहा था कि लाइसेंस की जगह सदस्य्ता शुल्क लिया जाएगा और खाद्य सामिग्री बेच सकेंगे। आज ये अपनी बातों से मुकर गए और अपने मुताबिक सारे नियम लागू कर रहे हैं।
इस मौके पर अध्यक्ष कमलेश चौरसिया, सुनील मोदी,अखिलेश कुमार शुक्ल, रवि जैन, शांतनु, अजय चौरसिया सहित सैकड़ों पान विक्रेता मौजूद थे ।