कानपुर–कानपुर स्थित पनकी मंदिर महंत की दबंगई बताते हुए एक वीडियो लगातार दो दिनों से वायरल किया जा रहा है । वीडियो में ये भी बताया जा रहा कि महंत और उनके अनुयायियों ने मंदिर परिसर में मारपीट की।
वायरल वीडियो की पड़ताल करने जब हमारी टीम मंदिर परिसर गयी तो मामला कुछ और ही निकला। दरअसल पनकी मंदिर में महंत जितेंद्र दास और महंत कृष्णदास नामक दो महंत है । मंदिर पर एकाधिकार जमाने को लेकर आये दिन दोनो महंतों में टकराव की स्थिति बनी रहतो है। आपको बता दे कि बीते दिनों कुम्भ मेले के दौरान महंत जितेंद्र दास को महामंडलेश्वर की उपाधि प्रदान की गई है। लोग कयास लगा रहे हैं कि ये बात महंत कृष्णदास के खेमे को नागवार गुजर रही है जिसको लेकर महंत जितेंद्र दास की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
आपको बता दे कि बीते दिवस महंत जितेंद्र दास को बाबा की मूर्ति का कम्बल और चांदी का माला चोरी हो जाने की जानकारी हुई।वही माला और कम्बल रमाकांत उर्फ मुन्ना और राजाबाबू नामक व्यक्तियों के पास से बरामद भी हुआ था । जिस पर महंत जितेंद्र दास ने उन्हें तुरंत मंदिर परिसर छोड कर चले जाने को बोला था। जिसके बाद वो लोग आगबबूला होकर मारपीट पर उतारू हो गए ।कुछ लोगो ने बीच बचाव करके मामले को रफ़ा दफा करवा दिया था।थोड़ी देर बाद मुन्ना और राजाबाबू ने अपने अन्य साथियों को बुला लिया और महंत जितेंद्र दास के अनुयायियों के साथ मंदिर परिसर में ही मारपीट शुरू कर दी।जानकारी मिलने पर जितेंद्र दास दौड़कर मौके पर पहुंचे और बीच बचाव करने लगे।
जहां पर मुन्ना अपने साथियों के साथ महंत से गाली गलौज करने लगा। वही दूसरी ओर वीडियो में एक आवाज साफ तौर पर सुनाई दे रही है जिसमे जितेंद्र दास को राक्षक कहा जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह आवाज दूसरे महंत कृष्णदास की है और जिसके पास से कम्बल और माला बरामद किये गए उनमें से मुन्ना नामक व्यक्ति कृष्णदास का ड्राइवर बताया जा रहा है।वही मामले की दोनो ओर से तहरीर दी गयी है।
वही महंत जितेंद्र दास का कहना है कि उनके महामंडलेश्वर बनाये जाने की बात कुछ लोगो को हजम नही हो रही है जिसके कारण साजिशन अनर्गल आरोप लगा कर उन्हें बदनाम किया जा रहा है।
(रिपोर्ट- दुर्गेश मिश्रा, कानपुर )