टॉस हारकर पहले बल्लेबाज करते हुए श्रीलंका की टीम ने 20 ओवर में 7 विकेट गंवा कर 170 रन बनाए और टीम इंडिया को जीत के लिए 171 रनों का लक्ष्य दिया. श्रीलंका की ओर से दिलशान मुनावीरा ने सबसे ज्यादा 53 रन बनाए जबकि आशान प्रियंजन ने 40 रनों की पारी खेली. टीम इंडिया के लिए युजवेंद्र चहल ने सबसे ज्यादा 3 विकेट झटके. इसके अलावा कुलदीप यादव ने 4 ओवर में 20 रन देकर 2 विकेट लिए. भुवनेश्वर और बुमराह को 1-1 विकेट मिला.
टीम इंडिया ने श्रीलंका को कोलंबो में खेले गए इकलौते टी20 मैच में 7 विकेट से शिकस्त दी है. विराट ब्रिगेड ने श्रीलंकाई टीम का दौरे के सभी मैचों में 9-0 से क्लीन स्वीप कर दिया है. इसी के साथ ही वह विदेशी धरती पर ये कारनामा करने वाली पहली टीम बन गई है.प्रेमदासा स्टेडियम में भारतीय टीम ने कप्तान विराट कोहली के तूफानी 82 रन और मनीष पांडे की नाबाद हाफ सेंचुरी (51*) की बदौलत श्री लंका को 7 विकेट से हराया। श्री लंका के 170 रनों के जवाब में मेहमान टीम ने 3 विकेट खोकर 19.2 ओवर में लक्ष्य को हासिल कर लिया। इस जीत के साथ भारत ने इस दौरे पर क्रिकेट के तीनों ही फॉर्मेट में अजेय रहने का रेकॉर्ड अपने नाम कर लिया। मेजबान टीम उसे किसी भी फॉर्मेट में मात नहीं दे पाई। विराट कोहली को उनकी बेहतरीन पारी के लिए ‘मैन ऑफ द मैच’ और ‘मैन ऑफ द सीरीज’ का अवॉर्ड दिया गया.
टॉस हारकर पहले बल्लेबाज करते हुए श्रीलंका की टीम ने 20 ओवर में 7 विकेट गंवा कर 170 रन बनाए और टीम इंडिया को जीत के लिए 171 रनों का लक्ष्य दिया. श्रीलंका की ओर से दिलशान मुनावीरा ने सबसे ज्यादा 53 रन बनाए जबकि आशान प्रियंजन ने 40 रनों की पारी खेली. टीम इंडिया के लिए युजवेंद्र चहल ने सबसे ज्यादा 3 विकेट झटके. इसके अलावा कुलदीप यादव ने 4 ओवर में 20 रन देकर 2 विकेट लिए. भुवनेश्वर और बुमराह को 1-1 विकेट मिला.
भारतीय पारी की शुरुआत केएल राहुल और रोहित शर्मा ने की। तीसरे ही ओवर में रोहित शर्मा आउट हो गए। टीम का स्कोर जब 22 रन था तब लसिथ मलिंगा ने उन्हें परेरा के हाथों कैच कराया। इसके बाद कप्तान कोहली के साथ राहुल पिच पर जमते हुए दिखे, लेकिन शनका ने शानदार कैच लपकर केएल राहुल को पविलियन का रास्ता दिखाया। इसके बाद कोहली और मनीष पांडे ने गेंदबाजों की जमकर खबर ली। दोनों ही बल्लेबाजों ने मैदान के चारो ओर शॉट्स लगाए। विराट कोहली ने 30 गेंदों में टी20 करियर की 17वीं हाफ सेंचुरी पूरी की। जब टीम को जीत के लिए महज 10 रनों की जरूरत थी, कप्तान गेंद को सीमा रेखा के बाहर भेजने के प्रयास में कैच आउट हो गए।