न्यूज डेस्क– 29 सितंबर को नवरात्र का पहला दिन है और इस दिन घटस्थापना के बाद मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री का पूजन, अर्चन और स्तवन किया जाता है। नवरात्र का पर्व है नो देवियों यानि नौ शक्तियों की अराधना का पर्व।
नवरात्रि के नौ दिन सभी श्रद्धा भाव से मां के भक्ति में लीन हो जाते हैं। नवरात्रि में नौ दिन तक घरों में मां दुर्गा की अखंड ज्योति की स्थापना की जाती है। नवरात्र के पहले ही दिन कलश स्थापना और ज्वारे बोए जाते हैं। नवरात्र में मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए विधिविधान से कलश पूजन किया जाएगा।
कलश स्थापना का शुभ समय प्रतिपदा तिथि 29 सितंबर को सुबह 6:04 मिनट से शुरू होगी, जिसका मान हस्त नक्षत्र में रात 10:01 मिनट तक रहेगा। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त स्थिर लग्न में सुबह 11:36 बजे से दोपहर 12:24 बजे तक रहेगा।