बुलंदशहर — एक तरफ सरकार स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत लोगों को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए हजारों करोड़ रुपए खर्च कर जनपद को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है वही सरकारी मशीनरी ही मानो इस योजना को पलीता लगाती नज़र आती है।
यह तस्वीरें है सिकंदराबाद ब्लॉक के गाँव दाऊदपुर की जहाँ गाँव मे शौचालयों के निर्माण में धांधली का मामला सामने आया है। शौचालयों के निर्माण मे धांधली के चलते आज भी इस गाँव में लोटा पार्टी जारी है।टॉयलेट एक प्रेम कथा के जैसा यह नज़ारा दाऊदपुर गाँव का है जहाँ आज भी बड़ी संख्या में गाँव की महिला और पुरुष खुले में शौच जाने को मजबूर है।
गाँव मे स्वच्छ भारत मिशन योजना के अंतर्गत शौचालयों का निर्माण तो ज़रूर हुआ मगर आधा अधूरा किसी शौचालय में टॉयलेट सीट ही नही लगी तो किसी मे शौचालय का गड्ढा ही नही खोदा गया आप इन तस्वीरों को देख कर खुद अंदाज़ा लगा सकते है कैसे शोचालयो का यहा निर्माण हुआ है और क्यों यह लोटा पार्टी की शर्मनाक तस्वीरे सामने आ रही है। जब शौचालय ही नही तो यह बेचारे गरीब ग्रामीण लोटा पार्टी नही करे तो ओर क्या करे।
एफवीओ इस मामले पर जब हमने डीपीआरओ अमरजीत सिंह से बात करी तो उन्होंने शौचालयों के निर्माण में गड़बड़ी का मामला सामने आने की बात को तो स्वीकारा मगर जब उनसे यह पूछा गया के जनपद को आपने ओडीएफ खुले में शौचमुक्त घोषित किया हुआ है तो सुनिये कैसे उन्होंने इस पूरी बात का गोल मोल जवाब देकर अपना पल्ला झाड़ने की नाकाम कोशिश की।
हालाकि वो जांच के बाद दोषियों पर कार्यवाही की बात जरूर कर रहे है मगर सिस्टम की नाकामी के चलते ओडीएफ खुले में शौचमुक्त जनपद होने के बाद भी लोटा पार्टी की शर्मनाक तस्वीरे सामने आने के बाद यह सवाल ज़रूर ज़िला प्रशासन पर उठता है के सिर्फ अपनी वाह वाही लूटने के लिए फ़र्ज़ी तरीके से जनपद को ओडीएफ खुले में शौचमुक्त घोषित कर दिया गया जब के ज़मीनी हकीकत में आज भी जनपद भर में लौट पार्टी जारी है और पूरे सिस्टम को मुँह चिड़ा रही है।
(रिपोर्ट-कपिल सिंह,बुलंदशहर)