भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा को जम्मू-कश्मीर का नया उपराज्यपाल बनाया गया है। इससे पहले बुधवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने इस्तीफा दे दिया, जिसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वीकार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि मुर्मू नए नियंत्रक एवं महालेखाकार (कैग) बनाए जा सकते हैं। वह राजीव महर्षि की जगह लेंगे, जो कैग से इसी हफ्ते सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं।
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कौन हैं मनोज सिन्हा ..?
बता दें कि भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोज सिन्हा गाजीपुर के पूर्व सांसद रह चुके हैं। वहीं, पूर्वांचल (पूर्वी उत्तर प्रदेश) में भाजपा के बड़े चेहरे भी हैं। मनोज सिन्हा गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद तहसील के मोहनपुरा गांव के रहने वाले हैं। सिन्हा तीन बार गाजीपुर का संसद में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
मनोज सिन्हा वर्ष 1996 में हुए लोकसभा चुनाव में पहली बार सांसद घोषित किए गए थे। उस दौरान दो लाख 75 हजार 706 मत पाकर वह एक लाख से अधिक मतों से विजयी हुए थे। इसके बाद वर्ष 1999 में वह जीत दर्ज की। वर्ष 2014 भी उन्होंने कामयाबी का परचम लहराया था। जिसके बाद मोदी सरकार में उन्हें रेल राज्यमंत्री के साथ ही संचार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। हालांकि 2019 लोकसभा चुनाव में वह बसपा के सांसद अफजाल अंसारी से हार गए थे।
यूपी में मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे थे सिन्हा..
उत्तर प्रदेश के 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को ऐतिहासिक जीत मिली थी। उस समय सिन्हा रेल राज्यमंत्री के साथ ही संचार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे। मनोज सिन्हा यूपी विधानसभा चुनाव जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे थे। उनकी गिनती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद नेताओं में होती है। ऐसे में अब एक बार फिर केंद्र सरकार की ओर से मनोज सिन्हा को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।
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