फर्रूखाबाद– पर्यावरण को संतुलित रखने तथा लोगों को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने के साथ बेहतर नगर नियोजन के लिए निकायों ने मास्टर प्लान तैयार किया था । लेकिन ये विभाग की फाइलों में दबकर रह गया है।
फर्रुखाबाद में सरकारी कर्मचारी राजस्व को चूना लगाने में लगा है।भूमाफियाओ ने सरकारी कर्मचारियों से मिल कर शहर की ग्रीन बैल्ट घोषित जमीन को अवैध तरीके से बेचकर आबादी बसाई जा रही है । चारो तरफ कालोनियां विकसित की जा रही है।लेकिन उन कालोनियों में जो सुविधाएं होनी चाहिए नही दिखाई देती है ।ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में लोगों ने आवासीय मकान सहित गोदामों का निर्माण कराया जा रहा है। हरियाली के नाम अब कांक्रीट के जंगल नजर आने लगे हैं। ग्रीन बेल्ट की जमीन पर कुछ हिस्से में भूखण्ड काटकर बेच डाले। अवैध बनी कलोनियो में जनजीवन की सुवधिया नहीं होने से लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ता है ।
बिना नक्शा के प्लाट तो काट दिए जाते है के पानी के निकास से लेकर परेशान होते है लेकिन जमीन बेचने वाले लोगो को इस कारोबार में कोई भी सरकारी राजस्व भी नही देना पड़ता है।शहर क्षेत्र के आसपास इस प्रकार की सैकड़ो कालोनियां विकसित की जा रही है।लेकिन अधिकारी किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नही कर रहे है, जो अधिकारी जांच करने जाते है वह अपनी जेबों को भरकर वापस अपने कार्यालय में बैठ जाते है।
(रिपोर्ट-दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद)