न्यूज़ डेस्क–बंगाल की खाड़ी में उठा तूफान ‘फोनी’ प्रचंड रूप लेकर ओडिशा के तट पर पहुंच गया है। वहां इस समय तेज बारिश हो रही है। फोनी के मद्देनजर करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा चुका है।
तूफान के चलते ट्रेनें, फ्लाइट और चुनावी रैलियां तक रद्द हो रही हैं। दूसरी ओर, प्रशासन ने तूफान से निपटने के लिए कोशिशें तेज कर दी हैं। बंगाल की खाड़ी से चला खतरनाक फानी तूफान के नाम का मतलब है ”सांप का फन। ” फानी एक बांग्ला शब्द है और यह नाम बांग्लादेश ने दिया है। मुख्य तौर पर इस शब्द का इस्तेमाल विध्वंस या नाशवान के रूप में किया जाता है।
इस तूफ़ान से अब तक इतनी तैयारियों के बावजूद 3 लोगों की मौत हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भी यलो अलर्ट जारी कर दिया गया है।
प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की 15 मई तक की छुट्टी रद्द कर दी गई हैं और जो छुट्टी पर चल रहे थे वे बुधवार शाम को ड्यूटी पर लौट आए हैं।
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए नौसेना और तटरक्षक बल के जहाज और हेलिकॉप्टर, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की राहत टीमों को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है।