फर्रुखाबाद–जिले में सुरक्षा व्यवस्था से लेकर ट्रैफिक व्यवस्था में होमगार्डो की ड्यूटी लगाई जा रही है।जिसमे सबसे ज्यादा होमगार्ड ट्रैफिक पुलिस के साथ लगाए है। जिले में शायद कोई ऐसा विभाग होगा जिसमें सुरक्षा के लिए होमगार्डो को न लगाया जाता हो । होमगार्ड 8 घण्टे लगातार अपनी ईमानदारी से नौकरी करता है ।
उसके लिए सरकार द्वारा उसको अभी तक जनवरी से लेकर अभी तक वेतन नही दिया गया है। दूसरी तरफ इस विभाग में बजट की सबसे बड़ी परेशानी रहती है जिसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शहर के चौराहों से लेकर अधिकारियों के आवासों पर ड्यूटी करने वाले होमगार्डो को चार साल में एक बर्दी के लिए कपड़ा दिया गया है। वर्तमान में होमगार्डो के साथ पीआरडी के जबानों को भी ट्राफिक व्यवस्था सँभालने में लगाया जा रहा है।लेकिन सरकारी सुविधाओं को लेकर उनको ठेंगा ही मिलता है। पूरे जिले में लगभग 860 होमगार्ड को थाने,100 डायल,अधिकारियों की सुरक्षा,कोर्ट,ट्राफिक,आदि विभागों में ड्यूटी कर रहे है।पूरे जनपद में पुलिस की हकीकत सभी जानते है उसी बजह से होमगार्ड नौकरी कर रहे है।
होमगार्ड जिला कमांडेंट शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि शायद ही कोई विभाग बचा हो जिसमें हमारे होमगार्ड पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी न निभाते हो फिर भी उनको जो मिलना चाहिए बजट के अभाव में नही दे पाते है। बहुत से होमगार्ड इसलिए ड्यूटी करने के बाद ही अपने परिवार का पालन पोषण करता है लेकिन टाइम से उसको वेतन नही मिलेगा तो सुरक्षा करने वाला मजदूरी करते कही नजर आयेगा।देखना यह होगा कि प्रदेश में पुलिस भर्तियां कितनी जल्दी हो रही है।या होमगार्डो का इसीप्रकार से प्रयोग किया जाता रहेगा।
( रिपोर्ट- दिलीप कटियार ,फर्रुखाबाद )