जालौन–सपा सरकार में कैराना में हिन्दू परिवारों ने पलायन किया था। कही जालौन दूसरा कैराना न बन जाये यहां कदौरा नगर पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद जमीर आलम द्वारा आए दिन किसी न किसी हिंदू परिवार को तंग किया जा रहा है।
इसी को लेकर आज दर्जनों हिंदू परिवार की महिला और पुरुष कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां उन्होंने अपना विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान उनके हाथों में तख्तियां भी मौजूद थी, जिसमें लिखा हुआ था, अत्याचारों की हो रही बरसात, हिंदू बेच रहे अपनी जायदाद। उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से एक पत्र मुख्यमंत्री को भेजकर कार्रवाई की मांग की है।
कदौरा क्षेत्र के रघुवीर, गुरिया, मनु प्रसाद, रमाकांत बाबूराम, रामा देवी, पप्पू, मुरली, जीतू सिंह, बबलू सिंह, राम सजीवन और इंदिरा रानी अपने हाथों में तख्तियां लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। जहां उन्होंने नगर पंचायत अध्यक्ष कदौरा मोहम्मद जमीर आलम पर आरोप लगाया कि वह लगातार हिंदू परिवारों के साथ अन्याय और अत्याचार कर रहे हैं। आए दिन किसी न किसी बहाने से हिंदू परिवारों को तंग किया जा रहा है। जिस कारण हिंदू परिवार पलायन को मजबूर हो गए हैं। एक और मोहम्मद जमील आलम द्वारा मुस्लिम समुदाय के लोगों को खुलेआम कस्बे में जमीनों पर कब्जा करने की खुली छूट दे रखी है जिससे कदौरा मेला ग्राउंड स्थित काशीराम कॉलोनी में जो अति गरीबों के लिए बनाई गई बस्ती थी, वहां खुलेआम गुंडागर्दी के दम पर जमीर आलम द्वारा बड़ी संख्या में मुसलमानों को कब्जा करा दिया गया है।
उसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय के बगल में पड़ी करोड़ों अरबों की सरकारी जमीन पर नगर पंचायत अध्यक्ष कदौरा ने 50 और मुस्लिम परिवारों को खुलेआम संरक्षण दे रखा है जो कब्जा करके बैठे है। इसी तरह बस स्टैंड पर बने सरकारी रैन बसेरे के बगल की भी जमीन पर नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा मुस्लिम सभासद द्वारा कब्जा कराया जा रहा है और नगर के 6 तालाबों पर भी मुस्लिम जबरदस्त कब्जा किए हुए हैं। इसकी शिकायत अधिकारियों से की जा रही है लेकिन अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस तरीके से मामला चलता रहा तो हिंदू परिवार लगातार पलायन पर मजबूर हो जाएगा। हिन्दू परिवार के लोगों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि नगर पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद जमीर के खिलाफ कार्रवाई की जाए और जो कब्जा नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा कराए जा रहे हैं उस पर कार्रवाई करते हुए उन्हें मुक्त कराए जाएं।
वही इस मामले मे नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी का कहना है कि ऐसा कोई मामला नहीं है बल्कि कुछ लोग सरकारी तालाबों पर कब्जा किए हुए हैं उसे कब्जे को मुक्त कराने के लिए कार्रवाई की जा रही है।
(रिपोर्ट-अनुज कौशिक, जालौन)