Sawan 2024: सावन का पवित्र महीना आज से शुरू हो रहा है। वैसे तो सनातन धर्म में पूरे सावन महीने का बहुत महत्व है। पूरे महीने भगवान शिव की पूजा-अर्चना, स्तुति और जलाभिषेक किया जाता है। उसमें भी सावन महीने में पड़ने वाले सोमवार का अपना विशेष महत्व होता है। इस बार सवान पर ऐसा दुर्लभ संयोग 70 साल बाद बना है, जब सावन माह की शुरुआत और समाप्ति दोनों ही सोमवार को हो रही है।
शिवालयों में उमड़ा जनसैलाब
सावन के पहले सोमवार पर राजधानी लखनऊ के मनकामेश्वर महादेव मंदिर समेत विभिन्न शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। सुबह से ही भक्तों के पूजन-अर्चन का दौर शुरू हो गया। मंदिरों के बाहर भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं। हर-हर महादेव और ओम नमः शिवाय का जयकारा लगाया जा रहा था। सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। हनुमान निकेतन के शिव मंदिर, कोटेश्वर महादेव, पड़िता महादेव और सोमेश्वर महादेव समेत ग्रामीण क्षेत्रों के शिव मंदिरों में भक्तों की कतारें देखी गईं।
सावन के पहले सोमवार का विशेष महत्व
सावन का पहला सोमवार पांच महायोगों के साथ मिलकर भोले के भक्तों के लिए शुभता और समृद्धि का प्रतीक बनकर आया है। इस बार पहले सोमवार पर सुख-समृद्धि के सुखद संयोग बन रहे हैं। पहला सोमवार श्रवण नक्षत्र के साथ प्रीतियोग योग में पड़ रहा है। नक्षत्र पर सौभाग्य और शुभ मुहूर्त में इसकी शुरुआत होगी।
इसके अलावा इस दिन आयुष्मान योग, राजयोग, शश योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी मिलेंगे। ज्योतिष गणना के अनुसार श्रवण नक्षत्र और प्रीति योग में भगवान शिव का जलाभिषेक करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। भगवान शिव के प्रिय माह सावन के पहले जलाभिषेक की तैयारियां रविवार को पूरी कर ली गईं। यमुना तट पर स्थित मनकामेश्वर महादेव मंदिर में पुरुष और महिला श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए अलग-अलग बैरिकेडिंग की गई है। मनकामेश्वर में सोमवार सुबह चार बजे मंगला आरती के साथ आम श्रद्धालुओं के लिए पट खोल दिए गए।
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