फर्रूखाबाद–गंगा प्रदूषण निवारण समिति के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुये गंगा को स्वच्छ रखने के उपाय बताये हैं।
गंगा प्रदूषण निवारण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रजकिशोर मिश्र एडवोकेट के नेतृत्व में जिलाधिकारी मोनिका रानी को दिये गये ज्ञापन में कहा गया कि गंगा तट पर नावों के निर्माण और उनके भण्डारण पर तत्काल रोक लगायी जाये। साथ ही स्नान वाले घाटों और साधु-संतों के आश्रम के सामने मछली मारने को तत्काल प्रतिबंधित किया जाये। पांचाल घाट पुल से घाट पर उतरने के लिए सीढ़ियों पर जो नाली का गंदा पानी बहता है उसे भी रोके जाने की मांग की गयी है। साथ ही मां गंगा में छपे हुये वस्त्रों की धुलाई को रोकने के लिए न्यायालय के आदेश का पालन किया जाये क्योंकि ब्रजकिशोर मिश्र बनाम युधिष्ठिरभान साध आदि के नाम से न्यायालय में मुकदमा दायर किया गया था जिसमें न्यायालय ने गंगा में छपे हुये कपड़ों की धुलाई पर रोक लगायी थी।
मां गंगा को प्रदूषित करने वाले अवैध छपाई करखाने वालों ने छद्म भेष में विधिवत मां गंगा को सफाई अभियान का हिस्सा बना लिया जो शासन और प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे गंगा प्रदूषण निवारण की कार्रवाईयों की जानकारी प्रदूषण फैलाने वालों को लेकर उन्हें बचाने का कार्य कर रहे हैं। इसी क्रम में अवैध खनन माफियाओं ने बड़ी सफाई के साथ स्वच्छता अभियान को पलीता लगा दिया है। सभी ने मांग की है कि ऐसे लोगों को तत्काल चिन्हित कर उन्हें मां गंगा के स्वच्छता अभियान से बाहर किया जाये।
इस मौके पर बाबा बालकदास, रवि मिश्रा, बालिस्टर सिंह, आफताब सिद्दीकी, इसरार अहमद, गोविन्द त्रिवेदी, अनूप तिवारी, धीरज कुमार, अखिलेश कुमार शुक्ला, प्रमोद प्रकाश सक्सेना, सौरभ आदि लोग मौजूद रहे।
(रिपोर्ट-दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद)