संत समाज ने ‘गंगा’ शुद्धीकरण के नाम पर बहा दिए 1100 लीटर दूध

कानपुर — धर्म के नाम पर अंधविश्वास को बढ़ावा देना हमारे देश में कोई नई बात नहीं है। एेसा ही एक मामला कानपुर में देखने को मिला है, जहां संत समाज के लोगों ने गंगा शुद्धीकरण के लिए 1100 लीटर दूध बहा दिया। वहीं जब बच्चों को दूध देने की बात कही गई तो संत भड़क उठे।

संत अरुण पूरी ने बेतुका बयान देते हुए कहा कि गंगा मैया के किनारे 40 लाख बच्चे पलते हैं। उनको दूध पिलाने से क्या होता। वह यूरिन और शौच में सारा दूध निकाल देते। हम लोग गंगा को स्वच्छ करने के लिए दूध चढ़ा रहे हैं।

बता दें कि गंगा प्रदूषण को दूर करने के नाम पर एक संस्था ने गंगा में 1100 लीटर दूध बहाने का कार्यक्रम बनाया। जिसमें शहर के कई गेरुआ वस्त्रधारियों ने अपने हाथों से गंगा में दूध को बहाया। आयोजक ज्योति शुक्ला ने कहा कि वह बच्चों की सेवा कभी भी कर सकते हैं, लेकिन कानपुर के घाटों में गंगा वापस लाने के लिए दूध बहाना जरूरी है।

वहीं सन्यासी अरुण पूरी ने बेतुका बयान देने हुए कहा कि गंगा मैया के किनारे 40 लाख बच्चे पलते है उनको दूध पिलाने से क्या होता वह यूरिन और शौच में सारा दूध निकाल देते । हम लोग गंगा जी को स्वस्थ करने को दूध चढ़ा रहे है और अगले महीने सवा लाख लीटर दूध चढ़ाएंगे।

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