लखनऊ–प्रमुख शोध संस्थान सीआईएसआर-एनाईपीआर और भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी ने स्वयं द्वारा निर्मित विशेष प्रकार के सैनिटाइजर (sanitizer) को बनाकर महापौर संयुक्ता भाटिया को सौंपा।
यह भी पढ़ें-सोनिया का PM मोदी को सुझाव,-‘मीडिया को दिये जाने वाले विज्ञापन पर लगे रोक’
सीआईएसआर-एनाईपीआर द्वारा 10 लीटर और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी द्वारा 25 लीटर सैनिटाइजर (sanitizer) महापौर को नगर निगम हेतु उपलब्ध कराया। प्रमुख शोध संस्थान सीआईएसआर-एनाईपीआर और भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी ने स्वयं द्वारा निर्मित विशेष प्रकार के सैनिटाइजर (sanitizer) को बनाकर महापौर संयुक्ता भाटिया को सौंपा।
यह भी पढ़ें-Internet Website से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां जो आपके लिए जाननी बेहद जरूरी हैं
सीआईएसआर-एनाईपीआर और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी संस्थान में बताया कि यह सेनेटाइजर विशेष पद्यति से बनाया गया है जोकि ज्यादा असरदार है। उपरोक्त क्रम में सीडीआरआई द्वारा भी 150 लीटर सेनेटाइजर (sanitizer) नगर निगम को उपलब्ध कराया था। महापौर ने समस्त सैनिटाइजर (sanitizer) नगर निगम के सफाई कर्मचारियों को वितरित कर दिया।
यह भी पढ़ें-लखनऊः प्रतिदिन 5500 लोगों को भोजन उपलब्ध करा रही है ये संस्था
ज्ञात हो कि वर्तमान समय मे कोरोना महामारी से लड़ने में नगर निगम के सफाई कर्मचारी एक अहम भूमिका निभा रहें है। ऐसे में संक्रमित क्षेत्रो से लेकर अन्य जगह पर सफाई- कूड़ा उठान, सेनेटाइजेसन आदि कार्य सफाई कर्मचारियों द्वारा किये जा रहे है, इस लिए सीआईएसआर-एनाईपीआर और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी संस्थाओं द्वारा सहयोग में प्राप्त सेनेटाइजर को महापौर ने सफाई कर्मचारियों को समर्पित किया। महापौर ने कहा कि हमारे कर्मचारी संक्रमण से बचे रहेंगे तो लखनऊ की सफाई की सेहत बरकरार रहेगी।
यह भी पढ़ें-लखनऊ: इस नामी मस्जिद मेंं मिले 7 जमाती, रातों-रात राजाजीपुरम इलाका सील
साथ ही महापौर ने सीआईएसआर-एनाईपीआर के डायरेक्टर डॉक्टर एसजेएस फ़्लोरा और भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के कुलपति संजय सिंह जी को उपरोक्त सामाजिक कार्य हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया है। जिसपर उन्होंने आगे भी निरंतर सैनिटाइजर देते रहने का आश्वसन दीया।