जालौन–पूरा देश कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा है। ऐसे में सैनिटाइजर (sanitizer) की मांग पूरे देश में बढ़ गई है और लोग इसकी कालाबाजारी भी करके मंहगे दामों में बेच रहे है।
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जिसको देखते हुई सैनिटाइजर (sanitizer) की देश-प्रदेश में किसी प्रकार की कमी न होने पाये, इसके लिये जालौन में राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के अंतर्गत आने वाले स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आगे आई है और प्रतिदिन सैकड़ो लीटर सैनिटाइजर बनाकर प्रशासन को दे रही है, जिससे इस महामारी के समय दूसरों की सेवा में जुटे कर्मचारियों की सुरक्षा की जा सके।
ता दें कि कोविड-19 महामारी को लेकर पूरे देश में इस समय हाहाकार मचा हुआ है और इस दौरान सैनिटाइजर (sanitizer) और मास्क की मांग ज्यादा बढ़ गई है, ऐसे में सैनिटाइजर और मास्क की कालाबाजारी भी बढ़ गई, जिसको देखते हुए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत आने वाले आनंदी स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आगे आई हैं और एलोवेरा, एल्कोहल एयर स्प्रिड की मदद से सैनिटाइजर बनाने का काम शुरू कर दिया है, जिससे सैनिटाइजर कमी न होने पाए।
जालौन में आनंदी समूह की 11 महिलाएं इस काम को करने में लगी हुई हैं जो प्रतिदिन 1 हजार यूनिट सैनिटाइजर बनाकर प्रशासन को सप्लाई कर रही है। प्रशासन इनको अल्कोहल उपलब्ध करा रहा है और यह किसानों से एलोवेरा को एकत्रित करते हुए उसकी मदद से सैनिटाइजर (sanitizer) बना रही है।
आनंदी स्वयं सहायता समूह की सदस्य ने बताया कि प्रशासन द्वारा उन्हें अल्कोहल उपलब्ध करा दिया जा रहा है साथ ही उनके क्षेत्र में एलोवेरा पर्याप्त मात्रा में है, जिनको उनकी स्वयं सहायता समूह की महिलाएं एकत्रित करती हैं और उसकी मदद सैनिटाइजर बना रही है। जिनको बनाने के बाद वह प्रशासन को इसकी सप्लाई कर रही हैं और इसमें 11 महिलाएं काम कर रही हैं यह सैनिटाइजर कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे, कर्मचारियों को दिया जा रहा है, जो दिन रात मेहनत करके लोगों की जान बचाने में लगे हुए हैं।
आजीविका मिशन के जिला प्रबंधक ने बताया कि अभी तक 3 हजार यूनिट सैनिटाइजर बना चुकी है और प्रतिदिन इसको बनाने का काम चल रहा है। इसको 28 मार्च से बनाना शुरू किया था।
(रिपोर्ट-अनुज कौशिक,जालौन)