फर्रुखाबाद--2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दलों के गठबंधन पर सभी की नजर है. लेकिन फर्रुखाबाद से इस संभावित और भावी चुनावी गठबंधन को खुली चुनौती मिली है. पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी और पूर्व विधायक लुईस खुर्शीद ने श्री खुर्शीद को फर्रुखाबाद से कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित कर दिया है.
उन्होंने इस सीट पर सपा के दावे को तर्कों और आंकड़ों से खारिज कर दिया है. श्रीमती खुर्शीद के कहने का अंदाज कुछ यों है कि गठबंधन खूब हो पर फर्रुखाबाद छोड़कर. इस सीट से तो सलमान खुर्शीद ही चुनाव लड़ेंगे. पीएम मोदी और भाजपा की सारी चुनावी रणनीति पर विपक्षी महा गठबंधन भारी पड़ सकता है. भाजपा को गठबंधन में टिकटों के बंटवारे पर साझा दलों में रार का इन्तजार है. गठबंधन हो या न हो पर किसी भी दल के उम्मीदवारों की घोषणा उसका है उसका हाई कमान करता है. लेकिन फर्रुखाबाद में एआईसीसी सदस्य और पूर्व विधायक लुईस खुर्शीद ने सलमान खुर्शीद को फर्रुखाबाद से कांग्रेस उम्मीदवार घोषित कर दिया है.
उन्होंने इस सीट पर सपा की दावेदारी को सिरे से ख़ारिज कर दिया है. श्रीमती खुर्शीद ने आंकड़ों पर आधारित तर्क दिया है. उन्होंने बताया कि 1952 से अब तक 18 लोक सभा चुनाव हो चुके हैं इनमे से 09 चुनाव कांग्रेस जीती है. जबकि समाजवादी पार्टी केवल दो बार चुनाव जीती है. उन्होंने कहा कि जहाँ तक पिछले लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के दूसरे नंबर पर आने का तर्क है एक साल बाद ही विधान सभा चुनाव में सपा उम्मीदवार रहे रामेश्वर यादव विधान सभा का चुनाव भी हार गए थे.
गठबंधन को लेकर सम्बंधित दलों के बीच वार्तालाप राष्ट्रीय स्तर पर चल रहा है. जो राष्ट्रीय स्तर पर तय होगा उसका हमें अक्षरशः पालन करना है. अगर कोई अनिवार्य रूप से चुनाव लड़ने की बात करेगा तो गठबंधन में यह बातें नहीं होतीं. पिछले लोक सभा चुनाव में समाजवादी पार्टी दूसरे नंबर पर रही है और फर्रुखाबाद सपा का गढ़ रहा है इसलिए इस सीट पर पर हमारा मजबूत दावा है.
(रिपोर्ट – दिलीप कटियार , फर्रुखाबाद )