बुलंदशहर — उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जेल प्रशासन ने अपना रेडियो स्टेशन शुरू किया है। जेल प्रशासन ने इस कार्यक्रम के जारिए कैदियों में सुधार और उन्हें तनाव मुक्त करने के लिए चालू किया है। इसके संचालन की जिम्मेदारी 10 बंदियों को सौंपी गई है। वहीं उम्रकैद की सजा काट रहे एक कैदी देवेंद्र शर्मा को रेडियो जॉकी यानी आरजे बनाया गया है। इस रेडियो स्टेशन पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों को सिर्फ जेल परिसर में ही सुना जा सकता है।
जेल अधिक्षक ओपी कटियार ने बताया कि जेल रेडियो पर बंदियों की फरमाइश के अलावा उनके लिखे गीत, कविता, गजल, कहानियां, चुटकुले और संस्मरण का प्रसारण किया जा रहा है। फिलहाल, सुबह सभी बैरकों से फरमाइश इकट्ठा की जाती है। इसका प्रसारण दोपहर 3 से 4 बजे तक होता है। कुछ दिन बाद जेल प्रशासन समय को बढ़ाने की सोच रहा है।”
यहीं नहीं उन्होंने बताया कि जेल रेडियो पर केवल गाने ही नहीं सुनाए जाते यहां भारत के इतिहास, धर्म और ऐतिहासिक इमारतों से जुड़ी जानकारी भी बंदियों को दी जाती है। ये रेडियो स्टेशन न केवल कैदियों का मनोरंजन करते हैं बल्कि अगर वे चाहें तो उन्हें यहां रेडियो जॉकी बनने का अवसर भी दिया जाता है।वहीं बुलंदशहर कारागार में बंद कैदी इस नई व्यवस्था से काफी खुश नजर आए।