बहराइच– नेपाल सीमा से सटे रुपईडीहा कस्बे में दवा की दुकानों पर बिक रही नशीली दवाओं पर अंकुश लगाने के लिए शनिवार देर रात से रविवार दोपहर तक थानाध्यक्ष ने विशेष टीम के साथ दवा की दुकानों पर छापेमारी की। इस दौरान चार मेडिकल स्टोर के संचालक कागजात नहीं दिखा सके।
उन्हें 24 घंटे का समय दिया गया है। वहीं नशीली व प्रतिबंधित दवा बिक्री के मामले में छह लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है। इसके साथ ही 18 मेडिकल स्टोरों से भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवाएं भी बरामद हुई हैं। सीमावर्ती इलाकों में नशे का कारोबार तेजी से पनप रहा है। कई दवा की दुकानों की संलिप्तता भी बीते दिनों उजागर हुई थी। इस पर पुलिस अधीक्षक जुगुल किशोर ने दवा की दुकानों पर छापेमारी के आदेश दिए थे। इस पर शनिवार देर रात रुपईडीहा थानाध्यक्ष आलोक राव ने विशेष टीम गठित कर कस्बे के मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की। रविवार दोपहर तक क्षेत्र के रुपईडीहा कस्बे के अलावा चरदा, बाबागंज, शिवपुर, मोहरनिया और पचपकरी के 39 मेडिकल स्टोर को चेक किया गया। इस दौरान छह व्यवसायियों को हिरासत में लिया गया है। यह सभी प्रतिबंधित कंपोज, नाइट्राबेट, फोर्टबिन, एनक्जिट, प्रॉक्सीवान, कोरेक्स, आयोडेक्स आदि की बिक्री कर रहे थे। लगभग ढाई लाख मूल्य की प्रतिबंधित दवाएं मेडिकल स्टोरों से बरामद हुई हैं। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रतिबंध के बावजूद बिना डॉक्टर के दवाओं के पर्चे के बिक्री कैसे की जा रही थी। एसओ ने बताया कि चार दवा की दुकानों के संचालक लाइसेंस नहीं दिखा सके हैं। जिससे ऐसा लग रहा है कि वह फर्जी हैं। फिर भी उन्हें 24 घंटे का समय दिया गया है। पुलिस की इस कार्रवाई से सीमावर्ती रुपईडीहा कस्बे में हड़कंप की स्थिति दिखी।
रिपोर्ट- अमरेंद्र पाठक , बहराइच