कोरोना वायरस को लेकर देश में चल रहे लॉकडाउन में सभी धार्मिक स्थल बंद पड़े है. वहीं धार्मिक स्थलों में जाने का श्रद्धालुओं का इंतजार अब जल्द ही खत्म होने वाला है. 8 जून से देश के साथ प्रदेश के सभी धार्मिक स्थल, मंदिर-मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारा खुल रहे हैं. लेकिन, कोरोना की मार के कारण सब बदला हुआ नज़र आएगा.
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दरअसल मंदिर-मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारा तो खुलेंगे लेकिन दर्शन और पूजा की व्यवस्था अब नयी होगी. श्रद्धालु सिर्फ 30 सेकेंड दर्शन कर पाएंगे, यही नहीं मंदिरों में घंटा बजाने की अनुमित नहीं होगी. मंदिर परिसर में सिर्फ 5 मिनट रुक पाएंगे. इसके अलावा तय संख्या के हिसाब से ही श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा. बाकी को गेट के बाहर रोका जाएगा. उनके आने के बाद दूसरे श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा.
मस्जिदों पर फसला आना बाकी…
हालांकि मस्जिदों पर फसला आना बाकी है. माना जा रहा है कि मस्जिदों में नमाज़ अदा करने की व्यवस्था भी बदली जा रही है. नमाज़ अदा करते समय पहले जहां कंधे से कंधा मिलाकर नमाज़ी नमाज़ अदा करते थे. अब सोशल डिस्टेंस के साथ नमाज अदा की जाएगी. मस्जिदों में वजु नहीं किया जाएगा. सभी को अपने घर से वजू करके मस्ज़िद पहुंचना होगा.प्रवेश से पहले खुद को सैनिटाइज करना होगा.
चर्च में एक बेंच पर एक व्यक्ति
चर्च में प्रेयर की बात करें तो यहां भी वहीं नियम लागू होगा यहां आने वाले हर व्यक्ति को अब कुर्सियों के बीच 2 मीटर की दूरी रखी जाएगी. लोग ज़्यादा होने पर दो बार प्रेयर की जाएगी. पहले एक बेंच पर 3 मेंबर बैठते थे. अब एक बेंच पर केवल एक ही मेंबर बैठ सकेगा.
गुरुद्वारों में अब नहीं लगेहा लंगर
मंदिर-मस्जिद व चर्च के साथ ही गुरुद्वारों में अरदास की व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है. गुरुद्वारों में सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा. गुरुद्वारे में प्रवेश करते ही सैनिटाइजेशन मशीन से अपने हाथों को सैनिटाइज करना होगा. इसके बाद ही लोग गुरु ग्रंथ साहिब के सामने मत्था टेक सकेंगे. यहां पर भी एक से डेढ़ मीटर की दूरी का ध्यान रखा जाएगा. गुरुद्वारे में अब लंगर नहीं होगा, सिर्फ भोग बांटा जाएगा. प्रसाद सिर्फ पैकेट के जरिए दिया जाएगा.
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