राजधानी जिला प्रशासन को मिली निर्वाचन आयोग से कड़ी फटकार ! जानिए क्यों ?

लखनऊ– राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने लखनऊ में वोटर लिस्ट और ईवीएम की गड़बड़ियों के लिए जिला प्रशासन को कड़ी फटकार लगाई है। उन्होंने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रदेश की राजधानी में तो सबसे अच्छे अफसर रखे जाने चाहिए थे, लेकिन यहां का जिला प्रशासन नालायक और नाकाबिल है। अग्रवाल ने कहा कि जानबूझकर वोटर का नाम काटना आपराधिक कृत्य है।

सिर्फ बीएलओ को सस्पेंड करना काफी नहीं है। एडीएम, एसडीएम और तहसीलदार के अलावा डीएम खुद भी जिम्मेदार हैं। कमिश्नर को जांच दी है। उनकी रिपोर्ट के बाद अगला ऐक्शन लिया जाएगा। 

एसके अग्रवाल ने कहा कि ईवीएम को लेकर बहुत शोर हुआ। हकीकत यह है कि पूरे चुनाव में सिर्फ 0.7 प्रतिशत ही बदलनी पड़ीं, जबकि मानकों के अनुसार दो फीसदी तक ईवीएम बदलना सामान्य है। उन्होंने बताया कि कुल 32,374 ईवीएम का इस्तेमाल किया गया। इसमें से सिर्फ 503 बदली गईं। लखनऊ में 250 बदलनी पड़ीं। पूरे प्रदेश में जितनी ईवीएम बदलनी पड़ीं, उसकी आधी अकेले लखनऊ में बदली गईं। 

अग्रवाल ने कहा कि लखनऊ में सबसे अच्छी एम-2 ईवीएम इस्तेमाल की गईं थीं। बाकी जगह एम-1 ईवीएम थीं। उसके बावजूद सबसे ज्यादा खराबी की शिकायतें लखनऊ में आईं। जो ईवीएम बदली गईं, उनमें ज्यादातर में तार नहीं जुड़ा होने की शिकायत थी। लगता है कि यहां मतदानकर्मियों को ठीक से ट्रेनिंग ही नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश से प्रशासन और पुलिस का सहयोग मिला, लेकिन लखनऊ के कारण ही यह चुनाव आदर्श नहीं बन पाया। 

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