पहाड़ो पर लगातार हो रही बरसात से राप्ती बैराज का जलस्तर खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया था। जिसकी वजह से आसपास के गावों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा।
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बाढ़ का पानी आसपास के गावों में भी घुस गया जिसकी वजह से लोग अपने घर की छतों पर बैठने को मजबूर है। राप्ती बैराज के घट बढ़ रहे जलस्तर से गांवों मे बाढ़ के साथ साथ कटान का भी खतरा मंडराने लगा है। श्रावस्ती जिले के जमुनहा इलाके के भगवानपुर और लोकिहा गांव में राप्ती नदी कटान के रूप में अपना कहर बरपा रही है।
पांच घर नदी में समाहित…
राप्ती नदी के तेज बहाव के कारण कटान तेजी से हो रहा है। गांव के चार से पांच घर कटान की वजह से नदी में समाहित हो चुके हैं। वहीं कुछ ग्रामीणों का आधा घर नदी में समाहित हो चुका है और बचे हुए आशियाने को खुद ही ग्रामीण अपने बच्चों संग मिलकर उजाड़ कर ईंटे सरिया सुरक्षित कर रहे हैं।
वही बाढ़ के पानी की वजह से मल्हीपुर से भिनगा मुख्यालय जाने वाला राश्ता बंद हो गया है । इसके बावजूद लोग पानी की तेज धारा से अपने वाहन निकाल रहे हैं जो काफी जोखिम भरा है अगर पानी के बहाव में वाहन जरा से भी पुल से खिसका तो बड़ी घटना हो सकती है ।
डीएम ने किया ग्रस्त इलाकों का दौरा…
दुर्गापुर केपी गांव से सिरसिया जाने वाले मार्ग पर स्थित पुल पर पानी आ जाने से लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर इस राश्ते को पार करने को मजबूर है । राप्ती का जलस्तर बढ़ने की सूचना मिलते ही डीएम ने एडीएम सहित सभी एसडीएम को अलर्ट कर दिया है। और खुद डीएम बाढ़ ग्रस्त इलाकों और कटान क्षेत्रों का दौरा कर जायजा ले रहे हैं। कई लोगो के कच्चे पक्के मकान पानी से घिर गए है ।
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(रिपोर्ट- अनुराग पाठक, श्रावस्ती)