फर्रुखाबाद–आमतौर पर बच्चे का जन्म होने पर माँ को बेतहाशा ख़ुशी होती है पर लोहिया अस्पताल में भर्ती यह प्रसूता बेटे को जनने के बाद भी आसुओं की झड़ी लगाए है।
वहीँ पैदा होने वाला बच्चा भी इतना अभागा है जो वह अपने बाप के नाम से महरूम है। किसी किशोरी के लिए इससे अधिक दुःख और तकलीफ की बात हो भी क्या सकती है जब वह कुवांरी माँ कहलाये। शमसाबाद थाना क्षेत्र की एक किशोरी के साथ अप्रैल में दुष्कर्म की घटना हुई थी। तीन माह पूर्व तबीयत खराब होने पर परिजनों ने चेकअप कराया तो गर्भवती होने का पता चला। किशोरी ने परिजनों को घटना की जानकारी दी थी। परिजनों ने बसपा नेता के 46 वर्षीय भाई अफसार पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। बसपा नेता इजहार पर समझौते के लिए धमकी देने का आरोप लगाया था। पुलिस ने अफसार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इजहार पुलिस की गिरफ्त से अभी दूर है। इस बीच आरोपी किशोरी व उसके परिजनों को कई बार धमकी भी दे चुके हैं। प्रसव पीड़ा होने पर सपा महिला सभा की जिला अध्यक्ष सुलक्षणा सिंह ने महिला को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया। किशोरी ने बेटे को जन्म दिया। अस्पताल में अभिलेखों में बच्चे के पिता का नाम लिखे जाने को लेकर पीड़िता के परिजनों और स्वास्थ्य कर्मियों में नोंक- झोंक हुई।
पीड़िता की माँ ने बताया कि पिता के नाम के कालम में आरोपी का नाम लिखा जाना चाहिए। स्वास्थ्य कर्मी पीडिता के नाना का नाम लिख रहे हैं। जिस पर उन्होंने आपत्ति की। उन्होंने बताया कि उन्हें आरोपियों से बराबर धमकियाँ मिल रही हैं। इसके बावजूद अस्पताल में कोई सुरक्षा नहीं है। थाने से भेजी गयी महिला कांस्टेबल रात से ही गायब है।
(रिपोर्ट- दिलीप कटियार, फर्रुखाबाद )