लखनऊ — रामजन्मभूमि विवाद का फैसला आने के बाद यह पहला अवसर होगा जब रामबारात इतने धूमधाम से निकलेगी। इस कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा पीएम नरेन्द्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया है। इस रामबरात में देशभर के साधुसंत आएगें। बारात अयोध्या से नेपाल जाएगी।
दरअसल यह पूरा समारोह लगभग दस दिन चलेगा। इस समारोह में 108 कन्याओं का भी विवाह कराया जाएगा। इस बार बारात में हरिद्वार, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के संत शामिल होंगे। इसके अलावा नेपाल के राजा व उनके परिवार के भी शामिल होने की संभावना है।
बता दें कि बारात 21 नवंबर को धूमधाम से निकाली जाएगी। यह बारात विभिन्न पड़ावों से गुजरते हुए 28 नवंबर को जनकपुर (नेपाल) पहुंचेगी। 29 नवंबर को दशरथ मंदिर के प्रांगण में तिलकोत्सव, 30 नवम्बर को कन्या पूजन के अलावा मटकोर का आयोजन किया जाएगा।
यह बारात, हर पांचवें वर्ष निकाली जाती है। पहले इसे साधु-संत अपने स्तर से आयोजन करते थें लेकिन 2004 में जब केन्द्र में अटल विहारी वाजपेयी की सरकार थी तो इसकी जिम्मेदारी विहिप को मिल गयी थी। इसके बाद 2009 और 2014 में निकाली गई। अब 2019 में निकाली जानी है। बारात के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया है।