लखनऊः शुक्रवार को चांद के दीदार होने के साथ ही 25 अप्रैल यानी कल से मुस्लिम धर्म के सबसे पवित्र महीने रमजान (Ramadan) की शुरुआत हो जाएगी. इस पूरे महीने में मुसलमान खुदा की इबादत में दिलो जान से जुड़ जाते हैं. लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन है लिहाजा पिछले साल तक रमजान के दौरान गुलजार रहने वाले बाजार इस बार वीरान हैं. लोग कहते हैं कि अपनी जिंदगी में पहली बार ऐसा देख रहे हैं, जब रमजान का महीना शुरू हो गया और दुकानें बंद हैं. मस्जिदों में ताले पड़े हैं.
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लॉकडाउन में धंधा चौपट
दुकानदार इस लॉकडाउन के दौरान धंधा चौपट होने की बात कह रहे हैं. वो कहते हैं लॉकडाउन में लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे. लिहाजा कारोबार बहुत बुरे दौर में है. ईदगाह के इमाम और मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली लोगों से लगातार रमजान (Ramadan) के दौरान घरों से ही नमाज पढ़ने और इबादत की नसीहत दे रहे हैं.
मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि इस बार के रोजे लगभग साढ़े 14 घंटे के होंगे. यानी साढ़े 14 घंटे के भूख और प्यास की शिद्दत के बाद लोगों को इफ्तार और सहरी में खास ख्याल रखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इफ्तार और सहरी में लोगों को अपने खान-पान पर बहुत ध्यान देना होगा.
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