लखनऊ–लखनऊ विश्वविद्यालय के 60वें दीक्षांत समारोह में शनिवार को मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने छात्र-छात्राओं कों पदक तथा डिग्री प्रदान किया. इस मौके पर छात्रों को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि हमें जीवन में हर पल गुरुओं के महत्व को समझना चाहिए.मनुष्य के जीवन मे गुरु का बड़ा महत्व होता है.
वहीं राजनाथ सिंह ने अपनी पुरानी यादों को ताजा करते हुए बताया कि जब मैं प्राइमरी में पढ़ता था तो एक मौलवी साहब पढ़ाते थे. जब मैं उत्तर प्रदेश का शिक्षा मंत्री बना तो मेरे घर जाते समय वो मौलवी साहब फूलों का हार लिए खड़े थे, मैंने उनके चरण स्पर्श किये तो वो रो दिए.
गृहमंत्री ने कहा कि माता, पिता और गुरु से हमको संस्कार मिलते हैं. हम सभी को जीवन के हर मोड़ पर अपने माता-पिता के साथ गुरुओं का उल्लेख करना चाहिए. राजनाथ सिंह ने कहा कि मैंने छात्र रहते हुए कभी मर्यादाओं को नहीं तोड़ा.उन्होंने कहा कि छात्रों कभी मर्यादाओं को मत तोड़ना. मर्यादाओं का पालन, प्रिय ही नहीं पूज्य बनाता है.इसी लिए आज रावण नहीं राम की पूजा होती है.
इस कार्यक्रम में सूबे के राज्यपाल राम नाईक, केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और योगी सरकार में शिक्षा मंत्री और उप-मुख्यमंत्री डॉ० दिनेश शर्मा ने कार्यक्रम में शिरकत की थी. इस दौरान राज्यपाल राम नाईक, राजनाथ सिंह और दिनेश शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित किया.इसके साथ ही कार्यक्रम में गृह मंत्री राजनाथ सिंह को भी D.Sc. की उपाधि प्रदान की गयी.
वही समारोह में मौजूद राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि पदक पाने वालों में छात्राओं की संख्या अधिक है. ये आंकड़े महिला सशक्तिकरण का उदाहरण हैं.राजनीति में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग होती रही है, लेकिन यहां के आंकड़े बताते हैं स्वतंत्र रूप से महिलाएं कितनी सफलता पा रही हैं. डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों ने देश विदेश में नाम रोशन किया है.