एटा महोत्सव में राजस्थानी व सूफी संगीतों ने बांधा समां

एटा — जिले के सैनिक पड़ाव पर चल रहे राजकीय जिला कृषि एवं औद्योगिक विकास प्रदर्शनी 2020 यानी कि एटा महोत्सव का सातवां दिन लोकगीतों तथा सूफी संगीत के नाम रहा और लोगो ने जमकर उज़के आनंद लिया। वही दिल्ली व अलीगढ़ से आए कलाकारों ने ब्रज राजस्थानी व सूफी संगीत से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

एटा महोत्सव के सातवे दिन दिल्ली व अलीगढ़ से आए कलाकार पंकज शाखा व अंजू ने जहां एक तरफ ब्रजभाषा में कोई बता दे उसका पता बांके बिहारी को देख सरी के लोक गीतों से दर्शकों का मन मोह लिया, वही सीमा रावत रीना भंडारी तथा अन्य कलाकारों ने राजस्थानी गाने घूमर पर ऐसा नृत्य पेश किया कि दर्शक दीर्घा में बैठे लोग झूमे बिना नहीं रह पाए।

वही देर रात तक चले इस कार्यक्रम में भोजपुरी अवधी ब्रज भाषा राजस्थानी व सूफी संगीत का दौर देर रात्रि तक चलता रहा शीत लहर के बाद भी लोग कार्यक्रम का लुफ्त उठाते रहे रात 9:00 बजे शुरू हुए इस सांस्कृतिक कार्यक्रम को लोग देर रात्रि 2 बजे तक देखने के लिए शाम से ही लोगों का प्रदर्शनी पंडाल में तांता लग गया था।

कार्यक्रम की संयोजक रूही खान ने बताया कि मौजूदा दौर में बॉलीवुड तथा इंग्लिश म्यूजिक के चलते हमारी संस्कृति का संगीत कहीं खत्म होता जा रहा है।हमारी कोशिश है कि सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए अपनी हिंदी संस्कृति को जिंदा रखा जाए इसके लिए मैंने ब्रज और राजस्थानी, सूफी संगीत कराया गया है।

(रिपोर्ट-आर.बी.द्विवेदी,एटा)

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