सरकार ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए पहली बार जिले का संपूर्ण प्रशासनिक ढांचा महिला शक्ति के हाथों में सौंप दिया है. इतिहास में ये पहली बार है जब जिले के तीनों महत्वपूर्ण पद महिलाओं के हाथों में होगी.
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बता दें कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने आदेश जारी कर उदयपुर की कलेक्टर आनंदी को अलवर का नया कलेक्टर नियुक्त कर दिया है. इसके साथ ही जिले के तीनों महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों की कमान अब महिला शक्ति के हाथ में आ गई है.
बता दें कि 2 जुलाई को जारी तबादला सूची में अलवर के पुलिस अधीक्षक अनिल परिस देशमुख के स्थान पर राज्य सरकार ने तेजस्विनी गौतम को वहां का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया था. जिला न्यायाधीश का पद पहले से ही संगीता शर्मा संभाल रही हैं. अब सरकार में आनंदी को अलवर का कलक्टर बना दिया है.
जिला जज हैं संगीता शर्मा
बता दें कि राजस्थान हाईकोर्ट प्रशासन ने गत 9 मार्च को 8 जिला एवं सेशन जजों के तबादले किए थे. इस तबादला सूची में संगीता शर्मा को अलवर जिला एवं सेशन जज नियुक्त किया गया था.जिसके बाद से डीजे संगीता शर्मा अपनी जिम्मेदारी अच्छे तरीके से निभा रही हैं. अब सरकार ने अलवर जिले के प्रशासनिक ढांचे की पूरी कमान महिला शक्ति के हाथ में सौंप दी है.
तेज तर्रार IPS अफसर हैं तेजस्विनी गौतम
दरअसल तेजस्विनी गौतम 2013 बैच की IPS अफर हैं. दिल्ली में जन्मी एलएलबी डिग्रीधारी तेजस्विनी गौतम तेज तर्रार IPS अधिकारी मानी जाती हैं. तेजस्विनी गौतम चूरू और बांसवाड़ा की पुलिस अधीक्षक रह चुकी हैं. सरकार ने अब उन्हें अलवर की अहम जिम्मेदारी दी है. ऐसा माना जा रहा है कि एसएचओ विष्णु दत्त सुसाइड मामला चूरू एसपी तेजस्विनी गौतम के तबादले का प्रमुख कारण बना. एसएचओ विष्णु दत्त मामले की सीबीआई जांच कर रही है.
कलेक्टर है किसान की बेटी आनंदी
1982 जन्मी आनंदी तमिलनाडु की रहने वाली हैं. आनंदी साधारण परिवार में जन्म लेने वाली एक किसान की बेटी हैं. 2007 बैच की आईएएस अधिकारी आनंदी अलवर कलेक्टर लगाए जाने से पूर्व 4 जिलों की कलेक्टर रह चुकी हैं. जिला कलेक्टर के रूप में अलवर पांचवा जिला है. वे इससे पहले राजसमंद, सवाई माधोपुर, बूंदी और उदयपुर कलेक्टर रह चुकी हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आनंदी की कार्यप्रणाली से बेहद खुश हैं. आईएएस आनंदी को प्रशिक्षण काल के दौरान 1 वर्ष तक जोधपुर जिले में कार्य करने का अनुभव है.
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