पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने भारत के खिलाफ अब नया हथकंड़ा अपनाया है। पाकिस्तान की ट्रेंड महिलाएं भारत के युवाओं को हनी ट्रैप में फंसाकर सेना की खुफिया सूचनाएं निकलवाने का काम कर रही है।
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इसके लिए ISI ने ट्रेंड महिलाओं की एक टीम बनाई है, जो युवाओं को बातों में फंसाकर उनसे सेना की जासूसी करने को मजबूर करती हैं। ये महिलाएं राजस्थान सीमा के पास रहने वाले युवाओं को सोशल मीडिया के जरिए टारगेट करती है।
पाकिस्तानी महिलाए ऐसे फसाती है जाल में
दरअसल ये ट्रेंड महिलाएं खास कर युवकों को अपना टारगेट बनाती है। कुछ महीनों तक बातचीत कर करती है और उन्हें भरोसे में लेती हैं, फिर उन्हें सेना की जासूसी करने के लिए उकसाती हैं। वहीं इन सब से अनजान भारतीय युवा कभी प्रेम जाल में फंसकर तो कभी पैसे के लालच में उनका साथ देना शुरू कर देते हैं। हालांकि महिलाओं का टारगेट ज्यादातर ऐसे लोग होते हैं, जो सेना या BSF से किसी भी तरह से जुड़े हुए हैं।
निशाने पर यह इलाका
बता दें कि राजस्थान का श्रीगंगानगर पाकिस्तान के बहावलपुर से सटा हुआ है, जहां ISI का मुख्यालय है। वहीं, श्रीगंगानगर में सैन्य छावनियां और वायुसेना की मूवमेंट होती रहती है। हर साल युद्धाभ्यास भी होते हैं, इसलिए ISI यहां अपने जासूस तैयार करता रहता है।
सीमा पर पकड़े गए जासूस
अभी हाल ही में यानी 6 जून 2020 को लालगढ़ जाटान छावनी से दो नायको पकड़ा गया था। ये दोनों भी आईएसआई की महिला अधिकारी के संपर्क में थे। इसके अलावा 2019 जनवरी में जैसलमेर छावनी में तैनात सैनिक सोमवीर को आईएसआई की महिला अधिकारी द्वारा हनी ट्रैप के जाल में फंसाया था। इसके जरिए उसने कई जानकारियां हासिल की थीं।
यही नहीं 2011 में सूरतगढ़ एसडीएम कार्यालय के क्लर्क पवन शर्मा को सीआईडी ने पाकिस्तानी सेना को गोपनीय जानकारियां भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
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