पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह यादव के इस्तीफे के बाद अब पुलिस महकमे के नये मुखिया की तलाश तेज हो गई है. इसके लिये संभावित 10 नामों में से 1987 बैच के तेज तर्रर आईपीएस अधिकारी मोहन लाल लाठर का नाम सबसे आगे है.
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लाठर के जारिए जाट वोट बैंक साधने की कोशिश में सरकार
बता दें कि राजस्थान के वर्तमान पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह यादव ने दो सप्ताह पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस्तीफा भेज दिया था. वे अब केवल एक सप्ताह यानी 30 सितंबर तक ही प्रदेश पुलिस का मुखिया रहेंगे.
वहीं नए डीजीपी की दौड़ में IPS मोहन लाल लाठर सबसे आगे हैं.लाठर के दौड़ में आगे होने का कारण उनकी वरिष्ठता के साथ-साथ एक बड़ी वजह प्रदेश के बड़े जाट वोट बैंक को खुश करना भी है. प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार इसके जरिये जाट वोट बैंक को साधने की भी कोशिश करेगी.
मापदंडों के आधार हो डीजीपी का चयन
दरअसल नये पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति संघ लोक सेवा आयोग के जरिये पूरी होगी. इसके लिये राज्य सरकार को नियमानुसार 30 साल की सेवा वाले ऐसे 10 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की सूची यूपीएससी को भेजनी होगी, जिनकी सर्विस अभी कम से कम छह माह शेष हो. यूपीएससी उन नामों पर चर्चा कर मापदंडों के आधार तीन का चयन करके इस पैनल को वापस राज्य सरकार को भेजेगी.जिसके बाद सीएम किसी एक का नाम फाइनल करेंगे.
वरिष्ठता की रेप में ये आईपीएस सबसे आगे
1987 बैच – राजीव दासोत और मोहन लाल लाठर
1988 बैच – भगवान लाल सोनी और उत्कल रंजन साहू
1989 बैच – उमेश मिश्रा, नीना सिंह और राजीव शर्मा
1990 बैच – राजीव शर्मा, श्रीनिवास राव जंगा और रवि प्रकाश मेहरड़ा
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