PT Usha-Vinesh Phogat: पेरिस ओलंपिक 2024 (paris olympics 2024) का समापन हो चुका है। लेकिन फाइनल से पहले भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित किए जाने का मामला अभी भी चर्चा में बना हुआ है। विनेश अपने वर्ग से 100 ग्राम ज्यादा वजन होने के कारण अयोग्य घोषित कर दी गई थी। इस मुद्दे पर अब भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने बड़ा बयान दिया है। पीटी उषा ने बिना नाम लिए इशारों-इशारों में विनेश को नसीहत जरूर दे डाली है।
PT Usha ने कही ये बात
पूर्व ओलंपियन और अब IOA प्रमुख डॉ. पीटी उषा ने कहा – वजन मैनेजमेंट करना खिलाड़ी और कोच की जिम्मेदारी होती है। खास तौर पर कुश्ती, मुक्केबाजी, भारोत्तोलन और जूडो जैसे खेलों में। इन खेलों में एथलीटों के वजन नियंत्रित करने की जिम्मेदारी प्रत्येक एथलीट और उसके कोच की होती है। इसके लिए मेडिकल टीम को दोषी ठहराना सही नहीं है।
50 किलोग्राम में अयोग्य घोषित हुई थी Vinesh Phogat
बता दें कि पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट को महिलाओं की 50 KG फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल मुकाबले से पहले ही अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसी को लेकर विनेश ने स्पोर्ट्स ट्रिब्यूनल से संयुक्त सिल्वर मेडल देने की अपील की थी। अब इस मामले पर फैसला मंगलवार 13 अगस्त को सुनाया जाएगा।
वहीं, फाइनल से पहले बाहर होने के बाद विनेश ने सोशल मीडिया पर संन्यास की घोषणा कर दी। महिला पहलवान के अयोग्य घोषित होने के बाद सोशल मीडिया पर एक वर्ग आईओए की मेडिकल टीम खासकर डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम पर लापरवाही का आरोप लगा रहा है।
उषा ने डॉ. पारदीवाला का किया बचाव
इस मामले में अब IOA चीफ पीटी उषा (PT Usha ) ने साफ कह दिया है कि कुश्ती, जूडो, मुक्केबाजी और भारोत्तोलन जैसे प्रतिस्पर्धा में खिलाड़ियों के वजन नियंत्रित करने की पूरी जिम्मेदारी हर एक खिलाड़ी और उनके कोच की होती है, न कि आईओए द्वारा नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम की।
उषा ने आगे कहा कि आईओए द्वारा नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम को खेलों से कुछ महीने पहले ही शामिल किया गया था। उनकी प्राथमिक भूमिका प्रतियोगिताओं के दौरान और बाद में एथलीटों की रिकवरी और चोट प्रबंधन में सहायता करना था। इसके अतिरिक्त, आईओए मेडिकल टीम को उन एथलीटों की सहायता के लिए डिज़ाइन किया गया था जिनके पास पोषण विशेषज्ञों और फिजियोथेरेपिस्टों की अपनी टीम तक पहुँच नहीं थी। “
IOA मेडिकल टीम, विशेष रूप से डॉ. पारदीवाला के प्रति निर्देशित घृणा अस्वीकार्य है और निंदा के योग्य है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आईओए मेडिकल टीम का मूल्यांकन करने की जल्दी में रहने वाले लोग किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले सभी तथ्यों पर विचार करना होगा।
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