फर्रुखाबाद — ईद-उल-फितर पर फर्रुखाबाद और फतेहगढ़ की ईद गाहो में नमाज अता की गई।फर्रुखाबाद में जमा मस्जिद के इमाम मुक्ति मौअज्ज्म अली ने नयी ईदगाह और फतेहगढ़ में जमा मस्जिद के पेश इमाम हाफिज सगीर ने नमाज अता करवाई।
इस अवसर पर मुल्क की तरक्की और देश में अमन चैन की दुआये भी की गयी।बच्चे ,बुजुर्ग और नौजवान हर किसी के चेहरे पर आपसी प्रेम भाई चारे व सौहार्द के प्रतीक इस त्यौहार की ख़ुशी देखने लायक थी। इस दौरान नमाजियों ने मुल्क में अमन चैन और तरक्की की दुआ मांगी तथा अल्लाह द्वारा बताये हुए मार्ग पर चलने की शक्ति की दुआ की। नबाज की सुरक्षा में भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। नमाज के बाद सभी ने एक दूसरे को गले मिल कर बधाईया दी ।
ईद का त्योहार इंसानी बराबरी का पैगाम देता है। इस मौके पर लोग एक-दूसरे की खुशी में शरीक होते हैं। इस त्योहार को मनाने वाले अपनी क्षमता के अनुसार गरीबों को ईदी और जकात देने की परंपरा का भी निर्वहन करते हैं। शनिवार को इन्हीं बातों का खयाल रखते हुए लोगों ने ईद मनाई। हर तरफ उल्लास और उत्साह का माहौल रहा। मस्जिदों में हजारों लोगों ने नमाज अदा कर मुल्क की बेहतरी और अमन-चैन के लिए अल्लाह से दुआ मांगी।
नई ईदगाह व पुरानी ईदगाह पर नमाज अता करने के लिए मुसलिम समुदाय के हजारों लोग पहुंचे। नई ईदगाह में मौलाना मुफ्ति मुअज्जम व पुरानी ईदगाह में मौलाना जलील अहमद ने नमाज अदा करवाई। सभी ने देश में अमन-चैन की प्रार्थना की। नमाज अदा करने वाले रफीक, हारुन और बशीर ने बताया कि आज मुल्क में शांति और भाईचारे की सबसे बड़ी जरूरत है। सभी एक-दूसरे के साथ मिलजुल कर रहें, यहीं इंसान के लिए सबसे बड़ी नियामत है।उन्होंने ऊपर वाले से यही दुआ मांगी।
सुबह आठ बजे से ईदगाहो मे नमाज अदा करने का सिलसिला शुरू हुआ। वही पुरानी ईदगाह में सुबह 9 बजे से नमाज अता की गयी| सभी ने अपनी-अपनी हैसियत के अनुसार गरीबों को दान दिया। इस मौके पर उन्हाेंने भाईचारे का संदेश दिया। कहा कि इंसानियत से पेश आना इंसान के लिए सबसे बड़ी बात है। नमाज के बाद लोगों ने एक दूसरे से गले लग ईद की बधाइयां दीं।
(रिपोर्ट-दिलीप कटियार,फर्रुखाबाद)