लखनऊ– राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर स्थित एक स्कूल प्रिंसिपल ने फीस न चुकाने के चलते तीसरी में पढने वाली बच्चे को बंधक बना लिया। छुट्टी होने के दो घंटे बाद भी जब बच्चा घर नही पहुंचा तो अभिभावक स्कूल पहुंचे लेकिन स्कूल का गेट नही खुला।
जिसके बाद घबराए अभिभावक ने 100 नंबर डायल कर पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्कूल का गेट खुलवाया। जहां बच्चा एक कमरे में बंद मिला। वहीं इस मामले में बच्चे के पिता ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ तहरीर दी है।
इंदिरानगर के ए-ब्लॉक निवासी एक शख्स का बेटा सेक्टर-सी स्थित न्यू वे पब्लिक स्कूल में पढ़ता है। पिता ने बताया कि इसी स्कूल में उनके साले के दो बेटे पढ़ते थे। उनकी तीन महीने की फीस सहित कुल 20 हजार रुपये बकाया थे। तहरीर के मुताबिक, स्कूल प्रबंधन ने दोनों बच्चों को निकाल दिया और पीड़ित पर रिश्तेदार से बकाया फीस दिलवाने का दबाव बनाने लगा। बेटे को भी स्कूल से निकालने की धमकी दी जाने लगी।
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि बुधवार को उनका बेटा पढ़ने गया तो छुट्टी के बाद उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया। वे स्कूल पहुंचे तो गार्ड ने गेट भी नहीं खोला। वहीं, इस मामले में स्कूल की प्रिंसिपल अनीता मेहरोत्रा का कहना है कि बच्चे को बंधक नहीं बनाया गया था। उसकी मां फोन नहीं उठा रही थी। इस कारण उससे कहा गया था कि जब उसके पिता आ जाएं, तब उनके साथ जाए।
वहीं, अरावली चौकी इंचार्ज रामानंद यादव ने कहा, ‘स्कूल में बच्चे को बंधक बनाया गया था। गुरुवार को दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।’