बाराबंकी — उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में पिछले वर्षों पूरे डलही ब्लॉक के नवाबगंज ग्राम प्रधान पति रामकिशोर यादव द्वारा 47 भूमिहीन और गरीब परिवारों के लोहिया आवास योजना का सरकारी पैसा।
जबरन अपने खाते में ट्रान्सफर किये जाने का मामला हमारे ‘यूपी समाचार’ के माध्यम से जिलाधिकारी उदय भानु त्रिपाठी के पास पहुँच गया हैं जिसके बाद उन्होंने इस पूरे मामले की जाँच के आदेश दे दिए हैं।
बाराबंकी जिले के विधानसभा दरियाबाद में भ्रष्टाचार आज भी अपनी चरम सीमा पर हैं यहां की गरीब जनता ने भले ही सपा के पूर्व विधायक राजा राजीव सिंह को हराकर इंसाफ और भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सत्ताधारी विधायक सतीश शर्मा को विधानसभा भेज दिया हो लेकिन वो भी अब गरीबों के साथ खड़े होते नही दिखते जिसके चलते दबंगो की दबंगई आज भी गरीबों पर भारी हैं । पिछली सरकार में ब्लॉक पूरेडलही अंतर्गत गाँव नवाबगंज में 47 गरीब परिवारों के लिए सरकारी लोहिया आवास योजना का लाखों रुपया मिला था।
लेकिन गुंडागर्दी और अपनी दबंगई से ग्राम प्रधान उर्मिला देवी के प्रधान पति रामकिशोर यादव द्वारा ज़बरन अपने खातों में ट्रांसफर करवा उन्हें फर्जी मुकदमों में फसाने की धमकी देता रहा पीडितो ने ब्लाक से लेकर जिले के पुलिस अधिकारियों से भी की लेकिन आरोपी पर कोई कार्यवाही न होने के चलते डरे सहमे यू ही चुपचाप बैठे रहे।
गाँव की रोशनी ,किसमता, सुशील ,शोभावती सहित गाँव मे कुल 47 लोहिया आवास का पैसा गरीबों को आवास बनाने के लिए मिला था लेकिन आधे से ज्यादा ज्यादा रुपये ग्राम प्रधान पति रामकिशोर यादव ने अपने और अपने खास खास लोगों के खातों में ये रुपये ट्रांसफर करवा जिन लोगो ने विरोध किया तो उन्हें पुलिस से जबरन पकड़वाया गया फर्जी जेल भेजने की धमकी देकर उनसे पैसे ले लिए गए उनमें से राम विलास एक हैं जिनके भाई बाबू राम ने उन्हें पुलिस चौकी से छुड़वा कर लाये थे बदले में पैसे देना पड़ा।
पैसे न मिलने से उनलोगों को मकान बनवाने का मौका नही मिला आधे अधूरे लोहिया आवास काफी दबाव पड़ने पर प्रधान पति ने कुछ लोगो के तो बनवा दिए जिनमे न तो खिड़की लगी और न दरवाजे प्लास्टर भी इन आवासों में नही करवाया गया कुछ आवास में तो दरारे पड़ गयी हैं जो बरसात में अभी से टपकने लगे हैं !
इतना ही नही ग्राम पंचायत चांदा मऊ का नवाबगंज गांव में आज भी ग्राम प्रधान ने सड़के नही बनवाई हैं जिससे बरसात के दिनों में गांव के लोग पानी और कीचड़ से निकलते हैं लेकिन प्रधान पति ने नियामत गंज अलियाबाद सम्पर्क रोड से अपने निजी ईंट भठ्ठे तक सरकारी खाते का खजाना खाली कर खड़ंजा जरूर लगवा लिया हैं जो प्रधान के निजी इस्तेमाल के लिए है।
लेकिन अब इस पूरे मामले की जानकारी हमारे न्यूज चैनल के माध्यम से बाराबंकी डीएम तक पहुचायी गयी हैं जिन्होंने जाँच के बाद कार्यवाही करने का भरोसा दिया हैं। इतना बड़ा मामला डीएम को भी मालूम नही था ब्लाक के अधिकारी मामले को दबाए चुपचाप बैठे थे लेकिन बड़ा सवाल हैं की क्या गरीबों को प्रशासन और सत्ता के लोग उन्हें उनका अधिकार दिलाएंगे या सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन ही देते रहेंगे ।
(रिपोेर्ट-सतीश कश्यप,बाराबंकी)