राष्ट्रपति (President) कोविंद इन दिनों अपने गृह जनपद उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में हैं। यहां वह रविवार को अपनी जन्मभूमि कानपुर देहात के परौंख गांव पहुंचे। इस दौरान वह अजब नजारा देखने को मिला जिससे हर किसी की आंखें थोड़ी देर के लिए नम सी हो गईं, जब हेलीपैड़ से उतरते ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी माटी को सर माते लगाया।
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दरअसल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चार दिवसीय दौरे पर कानपुर में हैं, इस दौरान वे अपने परिवार के सदस्यों और दोस्तों से मिल रहे हैं। वहीं रविवार को कानपुर देहात स्थित अपने बचपन के दोस्त के.के. अग्रवाल के घर पहुंचे।
राष्ट्रपति बनने के बाद अपने पैतृक गांव का पहला दौरा
बता दें कि अग्रवाल और राष्ट्रपति (President) कोविंद के परिवार बहुत लंबे समय से दोस्त हैं। कानपुर के व्यवसायी ने दिल्ली में राष्ट्रपति भवन का दौरा किया था, जब कोविंद ने देश के सर्वोच्च पद की शपथ ली थी। 2017 में राष्ट्रपति बनने के बाद कोविंद का अपने पैतृक गांव का यह पहला दौरा है।
राष्ट्रपति (President) ने कहा, ‘मैंने सपने में भी कभी कल्पना नहीं की थी कि गांव के मेरे जैसे एक सामान्य बालक को देश के सर्वोच्च पद के दायित्व-निर्वहन का सौभाग्य मिलेगा। लेकिन हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था ने यह कर के दिखा दिया।
देश-सेवा की सदैव मिलती है प्रेरणा
अपनी जन्मभूमि, अपने गांव पहुंचे राष्ट्रपति भावुक हो गए। उन्होंने कहा, ‘मैं कहीं भी रहूं, मेरे गांव की मिट्टी की खुशबू और मेरे गांव के निवासियों की यादें सदैव मेरे हृदय में विद्यमान रहती हैं। मेरे लिए परौंख केवल एक गांव नहीं है, यह मेरी मातृभूमि है, जहां से मुझे, आगे बढ़कर, देश-सेवा की सदैव प्रेरणा मिलती रही।’
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