प्रयागराज — पूरे देश मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। वहीं तीर्थराज प्रयागराज मकर संक्रांति के पर्व पर संगम में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी पर अलग ही छटा इस मौके पर देखने को मिल रही है। ब्रह्म मुहूर्त से ही श्रद्धालुओं के यहां आने का क्रम शुरू हो गया था। भारी संख्या में साधु संत और श्रद्धालु त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। घाटों पर अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। जहां लोग पूजा अर्चना करते देखे जा रहे हैं।
वहीं लोग खिचड़ी, गुड़ और तिल का दान कर रहे हैं। ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति के पर्व पर खिचड़ी और गुड़ तिल दान करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।ऐसे में यहां पर आकर कल्पवास करने और संगम में स्नान कर दान पुण्य करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मकर संक्रांति के पर्व पर संगम में स्नान और दान का विशेष महत्व है। क्योंकि आज के दिन ही सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है। सूर्य के उत्तरायण होने पर मांगलिक कार्य भी शुरू हो जाते हैं।