प्रतापगढ़ — जिले का जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय चुनाव को लेकर संजीदा नही है इसकी बानगी खुलकर सामने आ गई है। कार्यालय के डीआईओएस के चहेते कर्मचारियों ने सेटिंग करके लोकसभा चुनाव में लगभग एक दर्जन विद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियों की ड्यूटी नही लगाई गई।
सूत्रों की माने तो डीआईओएस के चहेते कर्मचारी मोटी रकम लेकर चार इंटर कालेज और दस संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियो की ड्यूटी ही नही लगाई। जबकि जिला निर्वाचन अधिकारी इस मामले लगातार सख्ती बरत रहे है कि किसी की भी ड्यूटी कटने न पाए। ऐसे में डीआईओएस और उनके मातहत मनमानी पर उतारू है और चुनाव में असहयोग करने में जुटे है। डीआईओएस खुद भी मामले की लीपापोती में जुटे है और मातहतों को संरक्षण देने के प्रयास में लगे है।
बता दे कि अपनी करगुजरियों के चलते डीआईओएस ऑफिस अक्सर सुर्खियों में रहता है । इस बाबत हमने डीआईओएस से बात की तो पहले ऐसी बात नही है कहते रहे और जब बात नोटिस की आई तो बोले हा चार विद्यालयों की बात स्वीकार करते हुए नोटिस जारी करने की बात स्वीकार की और बोले कि ये लापरवाही कालेजो की तरफ से की गई है इसमें हमारे कर्मचारियो की कोई भूमिका नही है।
(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी,प्रतापगढ़)