प्रतापगढ़ में ऑनर किलिंग का एसपी ने खुलासा किया है। जन्म देने वाले मां बाप ने कुल्हाड़ी में मार कर बेटी को लावारिस फेंक दिया था रेलवे लाइन के किनारे ताकि लगे हादसा। प्रेम प्रसंग की भेंट चढ़ी किशोरी बिन व्याही पेट में प्रेमी की निशानी पाल रही थी।
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किशोरी के पेट में पल रहा था 7 माह का बच्चा
बता दें कि बीते 25 अक्टूबर को नवाबगंज थाने के आलापुर रेलवे क्रॉसिंग के पास रेलवे ट्रैक के किनारे सुबह एक किशोरी का शव मिला था। किशोरी के पेट में सात माह से प्रेम की निशानी पल रही थी, जबकि पुलिस हवा में ही हाँथपांव मारती रही। क्योंकि शिनाख्त नही हो पा रही थी। लेकिन देर शाम सफलता मिल गई और किशोरी की शिनाख्त किशुनदासपुर के कमलेश यादव और अनीता देवी की बेटी के रूप में हुई।
पुलिस ने किया खुलासा…
बेटी की प्रेग्नेंसी मां बाप को अखर रही थी और मौके की तलाश में थे। 25 तारीख की रात के चौथे प्रहर में दोनों ने बेटी को बहाने से बैठाया और रेलवे लाइन के पास लेजाकर कुल्हाड़ी के वार से मार डाला और शव को फेंक कर फरार हो गए। पुलिस की तफ्तीश में सच से पर्दा हटा तो बेटी के हत्यारों को पकड़ कर पुलिस ने पूछताछ किया तो परते खुल गई। दोनों ने अपना जुर्म कुबूल करते हुए तफसील से पूरी घटना बयान की।
आलाकत्ल बरामद
जिसके बाद पुलिस ने हत्यारे बाप की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त बाइक और आलाकत्ल बरामद किया और दोनों को जेल भेज दिया। सवाल यह है कि हम 21वी सदी में पहुंच गए है लेकिन आज भी प्यार को पाप मानने का सिलसिला बदस्तूर जारी है, न जाती भेद खत्म हो रहा है न ही लिंगभेद। बेटियों की सुरक्षा को लेकर सरकार तमाम कड़े कानून बनाती जा रही है लेकिन न बेटियां घरों में सुरक्षित है और न बाहर।
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(रिपोेर्ट- मनोज त्रिपाठ, प्रतापगढ़)