प्रतापगढ़ जिले के लालगंज कोतवाली की बैरक में आत्महत्या करने वाले सिपाही की खुदकुशी की गुत्थी 6 दिन बाद भी नहीं सुलझ सकी है। वहीं छह घंटे तक पड़े रहे सिपाही के शव मामले में बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस मामले अपने कर्तव्य का निर्वहन में लापरवाही बरतने वाले पांच सिपाहियों पर एसपी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लाइन हाजिर कर दिया है।
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जबकि 19 सिपाहियों का तबादला कर दिया गया है। हालांकि लालगंज कोतवाली के कोतवाल राकेश कुमार भारती को आईजी साहब पहले ही निलंबित कर चुके है। एसपी ने सिपाही जितेन्द्र साहनी, विशाल सिंह, कृष्ण विहारी राय, जगदीश सिंह व चंद्रशेखर को लाइन हाजिर किया है।
6 दिन बाद भी नहीं सुलझी गुत्थी
उधर, सिपाही की खुदकुशी की गुत्थी 6 दिन बाद भी नहीं सुलझ सकी है। जांच टीमें अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी हैं। बता दें कि लालगंज कोतवाली में तैनात 2018 बैच के सिपाही आशुतोष यादव ने बीते 25 सिंतबर को बैरक में एके-47 से गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। घटना के दिन उसकी ड्यूटी प्रभारी निरीक्षक राकेश भारती के साथ लगी थी।
छह घंटे बाद बरामद हुआ था शव
पोस्टमार्टम रिपोर्ट व आसपास के लोगों के मुताबिक सिपाही ने दोपहर बारह बजे के आसपास खुद को गोली मारी थी। जबकि उसका शव छह घंटे बाद बैरक से बरामद किया गया। सिपाही आशुतोष यादव के एके-47 के साथ गायब रहने का मामला लालगंज के प्रभारी निरीक्षक राकेश भारती छिपाए रहे। जबकि हमराही के एके-47 के साथ गायब होने की सूचना उन्हें अफसरों को देनी चाहिए थी।
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(रिपोर्ट- मनोज त्रिपाठी, प्रतापगढ़)