महज 100 रुपये के फेर में कलयुगी बेटे ने मां की ममता का खून कर डाला। उस मां का खून हुआ जो अपने बेटे के लिए दवा लेने निकली थी, लेकिन जिसके जीवन की रक्षा के खातिर दवा लेने निकली थी उसी ने महज एक लकड़ी के टुकड़े से उसकी जान ले ली।
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पुलिस का दावा है कि दीनानाथ शुक्ल के बेटे ने शराब के लिए अपनी माँ राजकुमारी से पैसे मांगे थे और माँ के इनकार से नाराज होकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि राजकुमारी बेटे की दवा को निकली थी और खंडहर में मिर्च का पेड़ निकाल रही थी जब उसकी हत्या की गई।
खंडहर में मिला शव..
बता दें कि बीती 23 तारीख को दीनानाथ अपनी चाय की दुकान पर था जब उसे पता चला कि उसकी पत्नी का शव समिति के खंडहर में है किसी ने हत्या कर दी है। राजकुमारी लगभग 11.30 बजे दवा के लिए निकली थी और लगभग घण्टो तक वापस नही आई तो खोजबीन शुरू हुई, चूंकि घर और दुकान में ज्यादा दूरी नही थी हर तरफ खोजने के बाद बेटे मिथुन ने ही खंडहर में शव को देखा और बाप को भी बुला लिया।
सलाखों के पीछे पहुंचा बेटा…
उस समय दीनानाथ ने मीडिया को बताया था कि उसकी पत्नी और पड़ोसी से विवाद हुआ था। लेकिन पुलिस ने मामले को 48 घण्टे में ही खोलने का दावा किया और पुलिस के बीच खड़ा था मृतका राजकुमारी और दीनानाथ का बेटा मिथुन जिसे जेल की सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है। पूरा मामला संग्रामगढ़ थाने के निर्मलखुर्द बाबागंज बाजार का है।
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(रिपोर्ट- मनोज त्रिपाठी, प्रतापगढ़)