लॉकडाउन के बावजूद जिले में सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है, पुलिस सरकार का इकबाल कायम करने में नाकाम नजर आ रही है। कोई दिन ऐसा नही बीत रहा है जब हत्या और मारपीट की घटनाएं कही घर जलाए जा रहे है तो कही हत्या, लेकिन पुलिस हर घटना को कमतर दिखाने की कोशिशों में लगी हुई है। ऐसा तब है जब साल भर से थानेदार थानों में कुंडली जमाए बैठे है।
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ताजा मामला है उदयपुर थाना इलाके के उतरार पंडित का पुरवा गांव का। गांव के बब्बन का 16 वर्षीय भांजा जो अमेठी जिले के जैसन का पुरवा का रहने वाला है एक माह पहले ननिहाल आया था। जो गांव के युवको के साथ घुल मिल गया था और इन्ही के साथ दोपहर में तास खेल कर समय बिताता था। बुद्धवार को भी रोहित और राजेंद्र सरोज के साथ तास खेल रहा था। ग्रामीणों और परिजनों की बातों पर गौर करे तो शौकत ने मरने से पहले बताया था कि रोहित की बहन ने फोन कर शौकत को घर बुलाया।
लाठी डंडों से पीटकर मार डाला
शौकत के घर पहुचने पर उसे बाकायदा घर के भीतर ले जाकर रोहित व राजेन्द्र सरोज अपनी मां और बहन के साथ मिलकर बेरहमी से लाठी डंडों पीट डाला और मरा हुआ समझ कर घर के बाहर फेंक दिया। दरअसल दोनों के घर आमने सामने थे जिसके चलते शौकत के परिजन पहुच गए और अस्पताल लेकर भागे जहा डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हालांकि पीड़ित पक्ष किसी भी तरह की दुश्मनी से इनकार कर रहा है जिससे इस बात की चर्चाओं को बल मिलता है कि हत्या के पीछे आशनाई है।
बता दें कि जिले सभी थानों में अपराध चरम पर है हत्याओं दौर चल रहा है बावजूद इसके खाकी सुधरने का नाम नही ले रही। इस बाबत पुलिस से उसका पक्ष जानने की कोशिश फोन पर सुबह से शाम तक की जाती रही लेकिन एसपी और एएसपी एक दूसरे से बयान लेने की बाते करते रहे और कोई भी बयान देने को तैयार नही हुआ।
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(रिपोेर्ट- मनोज त्रिपाठी, प्रतापगढ़)