पोस्ट मास्टर बिना रिश्वत नहीं देते जरूरी डाक !

फतेहपुर– पोस्ट मास्टर की तानाशाही व मनमानी तरीके से कार्य करने व रिश्वतखोरी से आम जनता त्रस्त है । डाकघर को पोस्ट मास्टर घर की खेती समझ कर संचालन कर रहे हैं ।

डिघरूआ अमौली तहसील बिंदकी के पोस्ट मास्टर शिव शरण वर्मा अपने राजनीतिक रसूख के चलते ना तो समय पर कार्यालय खोलते व बंद करते हैं ना ही समय पर लोगों की डाक पहुंचती है। पोस्ट ऑफिस को राजनीति का अखाड़ा बना रखा है जहां एक विशेष विचारधारा के लोगों का जमावड़ा लगा रहता है और कामकाज के लिए आए हुए लोगों को या तो बहाना बना कर टरका दिया जाता है या कई कई घंटे बैठने के बाद भी उनका काम नहीं किया जाता है। कोई पार्सल या डाक के लिए छोटे मोटे कामों के लिए उनकी रिश्वत मांगना आदत है जिसका ग्रामवासियों द्वारा विरोध करने पर उनके डाक पार्सल को वापस भेजने की धमकी दी जाती है या उसे नष्ट कर दिया जाता है। राजनीतिक पकड़ के चलते ग्रामवासियों को उनके अभद्र व्यवहार अपशब्दों का सामना करना पड़ता है। 

अभी ताजा वाकया बुजुर्ग राजेश अवस्थी पुत्र रामगोपाल का है जिनको ATM कार्ड देने हेतु चक्कर पर चक्कर लगवाए जा रहे हैं। एक दिन घंटों बैठाने के बाद भी ATM कार्ड देने से मना कर दिया और इस बारे में पूछने पर पोस्ट मास्टर गाली गलौज पर उतर आए एवं मारपीट भी की गई। जिसकी शिकायत पीड़ित बुजुर्ग ने मुख्य डाक अधीक्षक महोदय फतेहपुर को लिखित प्रार्थना पत्र द्वारा की। इसके पूर्व वीरेंद्र कुमार पुत्र श्री गोपाल अपनी एक आरसी लेने गए जिसकी एवज में उनसे पोस्ट मास्टर ने 500 की रिश्वत की मांग की जिसे ना देने पर उन्होंने उसे वापस भेजने की धमकी दी ।पोस्ट मास्टर कार्यालय बिना रिश्वत के कोई कार्य न होने एवं अभद्र व्यवहार से कार्य करने के कारण ग्रामवासी अत्यंत उत्तेजित हैं।

ग्रामवासी पवन अवस्थी, अनिल कुमार, वीरेंद्र कुमार, रमानाथ मिश्र, नीरज, संतोष, अभिलाष, निसार आदि ने बताया पोस्टमास्टर के इस निरंकुश व्यवहार से किसी दिन कोई बड़े झगड़े का कारण विकराल रूप ले सकता है ।योगीराज में आम जनता से एक सरकारी कर्मचारी द्वारा इस प्रकार का व्यवहार चौंकाने वाला है। जिसे शासन-प्रशासन का भय नहीं है यह क्षेत्र में चर्चा का विषय है। 

(रिपोर्ट- श्वेता सिंह, फतेहपुर )

Comments (0)
Add Comment