प्रतापगढ़ — यूपी के प्रतापगढ़ गुरुवार को पुलिस अधीक्षक की ड्यूटी पर तैनात ड्राइवर लक्ष्मी कांत तिवारी की हार्टअटैक से मौत हो गई।बताया जा रहा है कि लक्ष्मीकांत दिन भर एसपी के साथ क्षेत्र भ्रमण के बाद रानीगंज इलाके से…
एसपी के साथ लगभग छह बजे पुलिस लाइन स्थित आवास पहुचे ही थे कि अचानक लक्ष्मीकांत ने एसपी को बताया कि सीने में दर्द हो रहा है और पसीना आ रहा है। इस पर तत्काल स्क्वाड की गाड़ी से जिला अस्पताल ले जाया गया।
इमरजेंसी के भीतर तक पैदल ही चल कर गए जहां डॉक्टरों ने डिप भी लगाई लेकिन डॉक्टरों के सारे प्रयास फेल हो गए। देखते ही देखते तीन मासूमों के सर से पिता का साया उठ गया और पुलिस महकमे ने अपना एक कर्मठ सिपाही खो दिया। वहीं सूचना मिलते ही लक्ष्मीकांत की पत्नी और बेटी अस्पताल पहुंची, बदहवास और विक्षिप्त सी हो गई। पुलिस कर्मी समझाने की कोशिश करते रहे लेकिन न तो पत्नी और न ही बेटी ये मानने को तैयार थी कि लक्ष्मीकान्त की मौत हो चुकी। दोनों वहां मौजूद पुलिस कर्मियो से मन्नते करती रही इन्हें प्रयागराज ले चलो इन्हें कुछ नही होगा।
बता दे लगभग तीन साल पहले ही लक्ष्मीकांत का बेटा जो इंटर में पढ़ रहा था दोस्तो के साथ नदी नहाने के चक्कर मे डूब गया जिससे उसकी मौत हो गई। अब एक बेटा जो महज दो साल का है वो इस घटना से बिलकुल अनजान है तो वही बूढ़े मा बाप का भी सहारा छिन गया। हालांकि न तो लक्ष्मीकांत हार्ट पेशेंट थे और न ही इससे पहले उन्हें कभी हार्टअटैक आया था।
पूरा पुलिस महकमा इस घटना से सदमे में है। एसपी समेत सभी अधिकारी और पुलिस कर्मी अस्पताल से एक किमी दूर पैदल ही रवाना हुए। इस बाबत अभी मृतक लक्ष्मीकांत की पत्नी और बेटी से कोई बात नही हो पाई क्योंकि सदमे के चलते वो बात करने की स्थित में नही है।
(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी,प्रतापगढ़)